टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ पूरी सीरीज में लगातार खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन की वजह से हार का सामना कर रही है|
साउथम्पटन में टेस्ट मैच हारने के साथ ही टीम इंडिया ने पांच मैचों की सीरीज को भी अपने हाथो से गंवा दिया हैं | इस हार के बाद टीम मैनेजमेंट ने ऐसे संकेत दिए हैं कि 18 वर्षीय पृथ्वी शॉ को पांचवें टेस्ट में खेलने का मौका दिया जा सकता है|
पूर्व भारतीय कप्तान और मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि टीम इंडिया को 7 सितंबर से ओवल से शुरू होने वाली श्रृंखला के अंतिम मैच में युवा खिलाड़ी को खिलाना चाहिए| भारत पहले ही श्रृंखला को 1-3 से गवा चुका हैं और श्रृंखला को 2-3 करके स्कोरलाइन को बेहतर बनाया जा सकता हैं|
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार वेंगसरकर ने कहा हैं कि, "चूंकि उन्होंने युवा पृथ्वी शॉ का चुनाव किया है, इसलिए उन्हें अंतिम टेस्ट मैच में उन्हें खिलाना चाहिए, क्योंकि दोनों सलामी बल्लेबाज हर बार विफल रहे हैं| हालांकि मुझे लगता है कि इंग्लैंड की बजाय पृथ्वी को घरेलु श्रृंखला में शामिल करना सही होगा| हालांकि, चयनकर्ताओं ने उन पर विश्वास दिखाया है और श्रृंखला गवाने के बाद, प्रतिभाशाली युवा खिलाडी की कोशिश करने में कोई हानि नहीं पहुंची है|"
मुंबई के बल्लेबाज ने जनवरी साल 2017 में तमिलनाडु के खिलाफ 2016-17 रणजी ट्रॉफी के सेमी फाइनल में अपना फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया था और मैच की दूसरी पारी में शतक लगाकर अपनी टीम को जीत हासिल कराइ थी| दाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने दुलीप ट्रॉफी में भी अपने डेब्यू मैच में शतक बनाया था, जो कि महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की जीत से मेल खाता हैं, जो रणजी और दुलीप ट्रॉफी में अपने डेब्यू मैच में ही शतक बनाने वाले पहले खिलाडी थे|