अफगानिस्तान में क्रिकेट ने पिछले एक दशक में काफी विकास किया हैं |
लेकिन देश में राजनीतिक परिदृश्य कुछ अच्छे नहीं है, क्योंकि तालिबान ने देश में इस खेल को कोई भी स्थान नहीं देने का फैसला किया हैं | हालांकि, इन सब बाधाओं के बावजूद, वे आगे बढ़ रहे हैं और क्रिकेट की दुनिया में अपना जादू बिखेर रहे हैं ] इसके अलावा भी, उन्होंने कई शानदार प्रतिभाएं को भी प्रदर्शित किया हैं, जिसमे से एक युवा राशिद खान हैं |
राशिद सिर्फ 19 साल के हैं और इस खेल में पहले से ही अपना एक विशाल स्थान बना चुके हैं | यहाँ तक कि वे T20 आई रैंकिंग में नंबर वन पर मौजूद हैं और दुनिया भर की घरेलू T20 लीग में भी अपना वर्चस्व फैला चुके हैं | हाल ही में अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने बैंगलोर में भारत के खिलाफ अपना ऐतिहासिक टेस्ट मैच खेला था | हालाँकि इस मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा |
सभी सफलताएं राशिद के कदमो में ही नज़र आ रही हैं | लेकिन ये सब उनकी कड़ी मेहनत का ही फल हैं, जो कि वे आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं | अपनी इस लाइफस्टाइल को पाने में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा हैं | यहाँ तक की उनका बचपन भी आसानी से नहीं बीता था और तो और उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए अपने परिवारवालो के खिलाफ भी जाना पड़ा था |
क्रिकबज़ से बात करते हुए राशिद ने बताया हैं कि, "जब मैं क्रिकेट खेलना चाहता था, तो मेरे माता- पिता ने मुझे खेलने की इजाजत नहीं दी, मेरे कुछ भाई-बहनों ने भी अनुमति नहीं दी थी | हम दोनों ही पठान हैं जो खेतों में अपने बुजुर्गों और माता-पिता के साथ कड़ी मेहनत किया करते थे | और उन्होंने अपने पूरे जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया था, इसलिए उनके हाथ कठोर और मजबूत हो गए थे | मैं स्कूल में एक बुद्धिमान छात्र था और डॉक्टर बनना चाहता था | मुझे कक्षा में 5वां स्थान मिलता था |"
2018 आईपीएल में राशिद ने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए, 17 मैचों में 21 विकेट लेतेंव हुए अपनी टीम के लिए मुख्य गेंदबाज़ साबित हुए थे | इस बीच, उन्हें भारत में T20 टूर्नामेंट के दौरान दिग्गज मुथैया मुरलीधरन के प्रशिक्षण के तहत अपने कौशल को बढ़ाने का अवसर भी मिला था |
उन्होंने आगे कहा हैं कि, "मैंने आईपीएल के दौरान धीमी गेंदबाजी के कौशल को सीखने के लिए स्पिन गेंदबाजी कोच मुरलीधरन से पूछा था, लेकिन उन्होंने मुझे बताया कि मेरे पास प्राकृतिक प्रतिभा है और मुझे इसका प्रशिक्षण करने की आवश्यकता नहीं है |"