17 दिसंबर 2020 को भारत-ऑस्ट्रेलिया की प्रतिद्वंद्विता के इतिहास में एक महत्वपूर्ण तारीख़ के रूप में याद रखा जाएगा, क्योंकि इस दिन दोनों देशो के बीच पहला डे-नाईट टेस्ट मैच खेला जाएगा। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच गुलाबी गेंद से खेला जाना है। आपको बता दें कि भारतीय टीम का घर से बाहर यह पहला डे-नाईट टेस्ट मैच होगा।
इस ऐतिहासिक मैच से पहले एडिलेड की पिच के बारे में भी कई तरह के पूर्वानुमान लागए जा रहे हैं। आमतौर पर टेस्ट मैच से एक या दो दिन पहले पिच पर ध्यान रहता है, लेकिन यह एक डे-नाईट मुक़ाबला है जिस वजह से ध्यान और अधिक है।
क्रिकेट डॉट कॉम ने टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर पिच की पहली तस्वीर ट्विटर पर शेयर की जिसपर विराट कोहली और स्टीव स्मिथ बल्लेबाज़ी करेंगे।
गुलाबी गेंद की चमक को बरकरार रखने के लिए पिच पर हरा रंग जरूर है लेकिन इतना नहीं है कि बल्लेबाज़ों के लिए मुसीबत बने।
जोश हेज़लवुड बनाम मोहम्मद शमी, पैट कमिंस की बॉउंसरो के जवाब में जसप्रीत बुमराह की यॉर्कर गेंदों को देखना मोहक होगा। हालाँकि, अधिक डे / नाइट टेस्ट खेलने के अनुभव के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया के लिए कुछ अलग घरेलू लाभ भी होंगे।
रोशनी के नीचे खेलने के अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए, ऑस्ट्रेलिया के सीमर पैट कमिंस ने कहा कि गुलाबी गेंद रोशनी के नीचे अधिक हिलती है।
"हम यह जानकर थोड़े-बहुत उत्सुक हैं कि खेल थोड़ा अलग गति से बढ़ेगा जैसा कि आमतौर पर टेस्ट मैच में नहीं होता है, आपके पास रौशनी के निचे कुछ सत्र हो सकते है जहां गेंद काफी हिलती है" कमिंस ने केकेआर.इन से कहा