बाएं हाथ के पाकिस्तानी बल्लेबाज़ इमाम उल हक़ ने पाकिस्तानी टीम की मानसिकता के बारे में बात की। इमाम ने बताया कि राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ी अपने दिमाग में असफलता का डर लेकर मैदान में उतरते है। इमाम के अनुसार पाकिस्तान बोर्ड को ठीक उसी तरह व्यवहार करना चाहिए जैसे रोहित शर्मा के साथ उस समय किया गया था जब वह खराब फॉर्म से गुजर रहे थे।
अपने करियर के शुरूआती दौर में आत्मविश्वास से भरे हुए थे और उनसे काफी उम्मीदें थी। हालांकि वह बेहतर प्रदर्शन करने में नाकाम रहे जिसके चलते उनके ऊपर सवाल भी उठे। लेकिन जैसे ही उन्हें ऊपरी क्रम पर बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजा गया उसके बाद उन्होंने पीछे मूड कर नहीं देखा। रोहित का उदाहरण देते हुए इमाम ने पीसीबी को खिलाड़ियों के साथ संवाद स्थापित करने को कहा।
इमाम ने एक इंस्टाग्राम लाइव में कहा कि "हमारी टीम को विफलता का डर है, हालांकि यह मेरा व्यक्तिगत मूल्यांकन है, यही कारण है कि खिलाड़ी लगातार प्रदर्शन नहीं करते हैं। वे दो या तीन खराब प्रदर्शनों के बाद टीम से बाहर होने से चिंतित रहते हैं"।
उन्होंने आगे कहा कि "बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच संवादहीनता के कारण भी असंगति पैदा होती है। दुनिया भर की अन्य टीमों के साथ ऐसा नहीं है। अगर आप रोहित शर्मा के उदाहरण को देखें, जिन्होंने अपने करियर में शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन भारत ने उन पर भरोसा किया और उन्होंने बाद में अच्छा किया"।