उमर अकमल की मुसीबत खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. पीसीबी ने पहले ही उन्हें पीएसएल के दौरान सटोरिये से हुए संपर्क के बारे में नहीं बताने के कारण तीन साल के लिए बैन कर दिया है. अब एक और खुलासे के बाद उनकी मुसीबत और बढ़ गयी है. यह खुलासा पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष नज़म सेठी ने किया है. नज़म सेठी ने बताया कि उमर अकमल को मिर्गी के दौरे पड़ते थे और उन्होंने इसका उपचार कराने से इंकार कर दिया था.
पीसीबी को 5 साल अपनी सेवा देने वाले नज़म सेठी ने बताया कि जब वो बोर्ड के अध्यक्ष बने उस समय उनके सामने जो पहली समस्या आई वो उमर अकमल से जुड़ी हुई थी.
नज़म सेठी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि "हमारे पास जो मेडिकल रिपोर्ट थी उससे ये साफ हो गया था कि उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते हैं और हमने उन्हें वेस्टइंडीज दौरे से वापस बुला लिया था. मैं जब उनसे मिला तो मैंने कहा कि ये एक गंभीर समस्या है और उन्हें आराम लेकर इसके लिए उचित इलाज कराने की जरूरत है, पर वो ये बात मानने के लिए तैयार ही नहीं थे."
नज़म सेठी ने उसके बाद उनके खलेने पर दो महीने का बैन लगा दिया और मेडिकल रिपोर्ट सेलेक्टर्स को सौंपकर उनके चयन का जिम्मा उन्हें सौंप दिया. नज़म ने ये भी आरोप लगाए कि "अकमल टीम अनुशासन में न रहते थे और न उसकी परवाह करते थे| वह खुद को टीम से बड़ा मानते थे."
आपको बता दें कि मिर्गी एक ऐसी बीमारी है जिसमें दिमाग की गतिविधियां असामान्य हो जाती है और व्यक्ति खुद के वश में नहीं रहता है.