चार वर्ष पहले कैंसर से जंग जीतने वाले भारत के पूर्व बल्लेबाज और बंगाल के कोच अरुण लाल को खतरनाक बीमारियों के बारे में एक चीज पता है, और अब जब पूरा देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है, उनका मानना हैं कि हमें रोग प्रतिरोधक शक्ति और अपनी उम्मीदों को उंचा रखना होगा।
पूर्व खिलाड़ी की जांच में चार साल पहले गले का कैंसर (एडेनोइड सिस्टिक कार्सिनोमा) पाया गया था, लेकिन उन्होंने कैंसर के साथ इस लड़ाई में उसे मात देते हुए एक बार फिर अपनी जिंदगी की शुरुआत की।
"आख़िरकार ये भी एक बीमारी हैं। आपको यकीन करना होगा कि आप इसका सामना कर सकते हैं। आपके पास कोई ओर विकल्प नहीं हैं। आपको सबसे बुरी स्थिति के लिए भी तैयार रहना हैं। हमेशा अच्छे की उम्मीद करे," बंगाल को 13 साल बाद पहली बार फाइनल में पहुंचाने वाले अरुण लाल ने पीटीआई से बात करते हुए कहा।
"आपको अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को अधिक रखना होगा। आपको इसका सामना करना होगा। आपको सकारात्मक रहना होगा और खुद पर विश्वाश करना होगा। अच्छा खाना खाइए, अच्छी नींद लीजिये और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को अधिक रखिये।"
अरुण लाल इसी 15 अप्रैल से यूरोप में छुट्टियां मनाने जाने वाले थे लेकिन कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के चलते उनकी सभी योजनाओं पर विराम लग गया और अब वह भी बाकियों की ही तरह घर पर अपना समय बिता रहे हैं।
"आपको इससे बचना हैं, सिर्फ अपने लिए नही, अपने आसपास मौजूद दूसरे लोगों के लिए भी। मैं भी यही कर रहा हूं। मैंने खुद को आइसोलेट किया हैं," उन्होंने कहा।