ऑनलाइन माध्यमों के जरिये खिलाड़ियों से फिक्सिंग के लिए बात करने का खतरा बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं हैं, क्योंकि इसके प्रमुख अजीत सिंह का मानना हैं कि भारतीय खिलाड़ी इसके बुरे परिणामों को अच्छे से जानते हैं और ऐसे मामलों की जल्द से जल्द जानकारी देते हैं।
आईसीसी के एसीयू प्रमुख एलेक्स मार्शल ने हाल ही में द गार्डियन को दिए एक इंटरव्यू में सभी क्रिकेट बोर्ड्स को चेताया था कि इस समय खिलाड़ियों के घर होने के कारण वह अपना अधिकतर समय सोशल मीडिया पर बिता रहे हैं, जिसके चलते भ्रष्टाचार के मामले बढ़ सकते हैं और लोगों को सावधानी बरतने की जरुरत हैं लेकिन अजीति सिंह ने बताया की बीसीसीआई की एसीयू इस समय पूरे नियंत्रण में हैं।
"हमने खिलाड़ियों को बताया हैं कि लोग सोशल मीडिया के जरिये कैसे बात कर सकते हैं। हमने उन्हें बताया कि देखो लोग ऐसे भी आप तक पहुंच सकते हैं," पूर्व में आईपीएस ऑफिसर रहे अजीत सिंह ने पीटीआई से बात करते हुए कहा।
"वह आप से एक फैन की तरह बात कर सकते हैं और फिर किसी के जरिये आप से मिलने के लिए पूछ सकते हैं, जो दोनों को जानता हो।"
अधिकतर बड़े खिलाड़ी, जिनके फैंस की संख्या करोड़ो में हैं, अपना अधिकतर समय सोशल मीडिया पर लाइव चैट और फैंस के सवालों के जवाब देने में बिता रहे हैं। तो क्या बीसीसीआई की एसीयू टीम उनके ऑनलाइन कंटेंट को ट्रैक कर रही है?
इसका जवाब देते हुए अजीत सिंह ने बताया, "ऑनलाइन जो कुछ भी ट्रैक किया जा सकता हैं, हम करते हैं। लेकिन जाहिर तौर पर लॉकडाउन की स्थिति में किसी खिलाड़ी के किसी से मिलने की जानकारी इस समय संभव नहीं हैं। लेकिन अगर कुछ हमारे नजर में आता हैं तो इसे डेटाबेस में जोड़ दिया जाएगा और इसकी जांच लॉकडाउन समाप्त होने के बाद की जायेगी," अजीत सिंह ने कहा।