शिखर धवन को क्रिकेट के मैदान पर अपने आक्रामक अंदाज के लिए जाना जाता हैं, जिसके चलते उनके फैंस उन्हें 'गब्बर' कहकर बुलाते हैं। गब्बर जब भी बाउंड्री पर कोई कैच लेते हैं तो एकदम आक्रामक अंदाज में अपनी जांघो पर थाप देते हुए उसका जश्न मनाते हैं।
लेकिन भारत के इस आक्रामक खिलाड़ी का एक अलग व्यक्तित्व भी हैं। शिखर धवन ने हाल ही में खुलासा किया कि कैसे उन्होंने हार्ड पंजाबी गाने सुनने बंद कर दिए ताकि खुद को शांत रख सके।
एक इन्स्टाग्राम चैट में लाइफस्टाइल कोच और मोटिवेशनल स्पीकर गौर गोपाल दास से बाद करते हुए शिखर धवन ने कहा कि उनके गानों की पसंद अक्सर मैदान पर उनके व्यवहार में नजर आती थी। इसलिए अपने व्यवहार को बदलने के लिए उन्होंने हार्ड गानों को सुनना बंद कर दिया।
"हमें काफी नकारात्मक कमेंट मिलते हैं, लेकिन मैं उन्हें नहीं पढ़ता। मैं पहले आक्रामक पंजाबी गाने सुनना पसंद करता था और इसने मुझे आक्रामक बना दिया था। अब मैं उन गानों को नहीं सुनता और मैं काफी शांत हूँ। गाने भी अपना प्रभाव छोड़ते हैं, जैसे मुझ पर छोड़ा था," धवन ने कहा।
"यह जरुरी हैं कि आप बाहरी चीजों का प्रभाव खुद पर न आने दे। मुझे याद हैं कि एक बार में आईपीएल में डक आउट हुआ था। मैंने पवैलियन जाने से पहले खुद से पूछा कि मैंने क्या गलत किया और सोचने लगा। लेकिन तभी मैंने अंदाजा लगाया कि अगर आज मैंने ऐसा किया तो यह कल भी मेरे साथ होगा। मैं इस तरह आगे नहीं बढ़ सकता।"
"मुझे याद हैं, इसके बाद अगले मैच में मैंने 97 रन बनाए थे। अब अगर मैं रन नहीं भी बनता हूं तो मेरी उर्जा सकारात्मक रहती हैं, और यही महत्वपूर्ण हैं। यह जरुरी हैं कि आप अपने घमंड को समाप्त करें, इसमें कोई बुराई नहीं हैं," धवन ने आगे कहा।