ऑस्ट्रेलिया को 2015 का विश्वकप जिताने वाले माइकल क्लार्क का मानना हैं कि उनकी टीम के खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ियों को स्लेज करने से बचते हैं, क्योंकि ऐसा करने से उनके आईपीएल अनुबंधों पर असर पड़ सकता हैं। यही कारण हैं कि दोनों देशों के बीच सीरीज के दौरान उनके खिलाड़ियों का व्यवहार कप्तान विराट कोहली के प्रति काफी नरम रहता हैं।
क्लार्क ने बताया की पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत के 2-1 से सीरीज जीतने का कारण यही था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आईपीएल से मिलने वाले पैसे के चक्कर में भारतीय खिलाड़ियों के साथ स्लेज नहीं कर पाते क्योंकि कुछ समय बाद उन्हें उनके साथ ही खेलना होता हैं।
"हम सब जानते हैं कि आर्थिक रूप से भारतीय टीम कितनी मजबूत हैं। अंतर्राष्ट्रीय के साथ साथ आईपीएल में घरेलु स्थर पर भी उनके पास काफी पैसा हैं। मुझे लगता हैं कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट और शायद हर दूसरी टीम एक छोटी अवधि के बाद भारत को बड़ा समझने लगती हैं। वह कोहली और अन्य भारतीय खिलाड़ियों को स्लेज करने से डरते हैं क्योंकि उन्हें अप्रैल में उनके साथ खेलना होता हैं," बिग स्पोर्ट्स पर बात करते हुए माइकल क्लार्क ने कहा।
क्लार्क का मानना हैं कि टेस्ट सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम का रवैया असल से बिलकुल उलट था। "खिलाड़ी कुछ ऐसे व्यवहार कर रहे थे जैसे-'मैं विराट कोहली को स्लेज नहीं करूँगा, क्योंकि मैं चाहता हूँ की मुझे आरसीबी की टीम खरीद ले, जिससे में 7सप्ताह में ही कई मिलियन यूएस डॉलर कमा सकूँ।' मेरा ऐसा मानना हैं कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट उस छोटे से दौर से गुजर रहा हैं, जहां हमारा क्रिकेट थोड़ा नरम पड़ गया हैं," क्लार्क ने कहा।