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धोनी जानते हैं कि काम कैसे पूरा करना हैं और कौन इसे पूरा कर सकता हैं : आशीष नेहरा

धोनी जानते हैं कि काम कैसे पूरा करना हैं और कौन इसे पूरा कर सकता हैं : आशीष नेहरा

आशीष नेहरा ने हाल ही में अरानी बासु से बात करते हुए महेंद्र सिंह धोनी की उस पारी को याद किया जिसने उनके करियर को आधार प्रदान किया।

महेंद्र सिंह धोनी व आशीष नेहरा | Getty

5 अप्रैल 2020 यानी महेंद्र सिंह धोनी के पहले अंतर्राष्ट्रीय शतक की 15 वीं एनिवर्सरी, एक पारी जो भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद महत्वपूर्ण बन गई। 23 वर्षीय रांची के युवा बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने इस मैच में खतरनाक पाकिस्तानी टीम के खिलाफ 123 गेंदों में 148 रन जड़ दिए थे, और भारतीय टीम को यह समझ आ गया था कि भारत को अब ऐसा विकेटकीपर मिल गया है जो बल्लेबाजी में भी महान साबित होगा।

तेज गेंदबाज आशीष नेहरा उस समय टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा थे। नेहरा ने हाल ही में अरानी बासु से बात करते हुए महेंद्र सिंह धोनी की उस पारी को याद किया जिसने उनके करियर को आधार प्रदान किया।

"मुझे विशाखापट्टनम में खेला गया वह मैच अच्छे से याद हैं। वह उस सीरीज का दूसरा वनडे था। धोनी की पारी का भारतीय क्रिकेट में हमेशा से महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं। यह एक ऐसी पारी थी, जिसने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया की हमारे पास भी एक बेहतर विकेटकीपर हैं। शुरूआती समय में धोनी का खेल कुछ ज्यादा अच्छा नहीं रहा। लेकिन जब आत्मविश्वास से भरे ऐसे व्यक्ति को मौका मिलता हैं और वह इसका पूरा फायदा उठाए तो उसका सामना करना मुश्किल होता हैं," आशीष नेहरा ने कहा।

"आत्मविश्वास धोनी की ताकत हैं। वह पारी उसके मुंह खून लगने जैसी थी और उसके बाद उसकी भूख और बढ़ गई। इस पारी के बाद उसने मुश्किल से ही कभी नंबर तीन पर बल्लेबाजी की होगी लेकिन उस दिन धोनी ने खुद को साबित कर दिया था। हम उस सीरीज के बचे हुए सभी चार मैच हार गए थे लेकिन हमने धोनी को वहां पा लिया था," नेहरा ने आगे कहा।

"जब उसने अपनी शुरुआत की तो धोनी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर नहीं थे। उससे पहले जितने भी खेले थे, सभी अच्छे थे। वह एकदम से किरन मोरे या नयन मोंगिया से आगे नहीं आए थे। वह उन सब से बहुत दूर थे लेकिन उनका अनुशासन, जूनून और आत्मविश्वास उन्हों ओरों से अलग बनाता हैं," नेहरा ने कहा।

"मैं 2005 से 2009 के बीच भारत के लिए नहीं खेला और इस दौरान बहुत कुछ बदला। जब मैं वापसी की तो धोनी टीम की कप्तानी कर रहे थे। वह कभी गलतियाँ नहीं करता, धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानो में से एक रहा हैं। धोनी जानते हैं कि काम कैसे पूरा करना हैं और कौन इसे कर सकता हैं," नेहरा ने कहा।

 
 

By Raj Kumar - 06 Apr, 2020

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