पाकिस्तानी क्रिकेट पर फिक्सिंग का साया दशकों पुराना रहा हैं और अक्सर उनकी अंतर्राष्ट्रीय टीम में भ्रष्टाचार के नए-नए मामले सामने आते रहते हैं। अब तक कई प्रसिद्ध और दिग्गज पाकिस्तानी क्रिकेटर फिक्सिंग के कारण सवालों के घेरे में घिर चुके हैं और कईयों ने तो सालों का प्रतिबंध भी झेला हैं, बावजूद इसके पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) फिक्सिंग को पूरी तरफ से समाप्त करने में नाकामयाब रहा हैं।
पीसीबी में इस समय भी कई ऐसे मामले जारी हैं, नतीजन उन्हीं के कई दिग्गज क्रिकेटरों ने कई बार पीसीबी पर सवाल उठाए हैं अथवा उन पर अपनी भड़ास निकाली हैं और अब ऐसे खिलाड़ियों में शाहिद अफरीदी का भी नाम शामिल हो गया हैं।
पाकिस्तानी क्रिकेट में इस समय उमर अकमल का मामला सबसे ज्यादा चर्चा हैं। उमर अकमल से पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के दौरान एक सट्टेबाज ने संपर्क किया था लेकिन इसकी जानकारी उन्होंने नियमों के मुताबिक़ किसी भी पीसीबी अथवा आईसीसी के अधिकारी को नहीं दी।
"मुझे लगता हैं कि इसके लिए सख्त कदम पहले ही उठाए जाने चाहिए थे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और लगातार ऐसे मामले सामने आते रहे। मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं हैं, लेकिन बोर्ड के पास अब भी एक मौका हैं उदाहरण पेश करने का। बोर्ड के सख्त फैसला लेने पर ही हम फिक्सिंग से निजात पा सकेंगे," अफरीदी ने अपने बयान में कहा।
अफरीदी ने इस दौरान उमर अकमल के बारे में भी बात की और कहा कि वह एक अच्छा बल्लेबाज हैं लेकिन यह सब ऐसा ही नहीं चल सकता। "उमर को ध्यान रखना चाहिए कि वह किसके साथ घूमता-फिरता हैं। उसे अपनी प्राथमिकताओं को ध्यान में रखना होगा। वह अच्छा बल्लेबाज हैं, लेकिन यह सब ऐसे नहीं चल सकता," अफिरीदी ने कहा।
शाहिद अफिरीदी ने इस दौरान फिक्सिंग के मामलों से छुटकारा पाने के लिए पीसीबी को खास नसीहत दी। "पाकिस्तान के ज्यादातर खिलाड़ी अशिक्षित हैं और आसानी से ऐसे झांसो में आ जाते हैं। मैं बस इतना कहना चाहता हूँ कि बोर्ड को इन्हें शिक्षा देनी चाहिए और इन खिलाड़ियों को और भी तराशना चाहिए। एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी का आप कैसे ध्यान रखते हैं, बेहद महत्वपूर्ण हैं। उमर का ही उदाहरण ले लीजिये। अगर इन्हें भ्रष्टाचार रोधी नियम पता होते तो यह सब कुछ नहीं होता," अफिरीदी ने कहा।