भारतीय कप्तान विराट कोहली इस समय टीम की रीढ़ हैं और इस बात में कोई शक नहीं हैं कि पिछले कई वर्षों के दौरान उन्होंने खुद को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया हैं। हालांकि उनके शानदार करियर पर 2014 का इंग्लैंड दौरा एक दाग की तरह बिलकुल अलग नजर आता हैं, जहां उनका औसत सिर्फ 14 का रहा था। हाल ही में केविन पीटरसन के साथ इन्स्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान विराट कोहली ने इस इंग्लैंड दौरे को अपने करियर के सबसे कमजोर पॉइंट के रूप में चुना और इसका कारण भी बताया।
"मेरे करियर का सबसे कमजोर पॉइंट 2014 का इंग्लैंड दौरा था। यह एक ऐसा समय था, जहां मुझे पता था कि मैं आउट हो जाऊंगा। यह ऐसा समय था जब मुझे पता था कि मैं रन नहीं बना पाऊंगा। इसके बाद भी मुझे तैयार रहना था, सिर्फ फैल होने के लिए। यह सबसे कमजोर पॉइंट था और इसके बाद मैने खुद से वाह किया कि मैं यह खुद के साथ दोबारा कभी नहीं होने दूंगा," विराट ने कहा।
"ऐसा इसलिए हुआ क्योंकी उस समय में बहुत ज्यादा स्वार्थी बन गया था, यह सिर्फ मेरे बारे में थे। मैंने खुद को खराब किया," विराट ने आगे कहा।
2014 के इंग्लैंड दौरे के दौरान विराट कोहली 5 मैचों कि टेस्ट सीरीज में एक भी अर्द्धशतकीय पारी नहीं खेल सके थे। वह लगातार जेम्स एंडरसन की गति और स्विंग के आगे बेबस नजर आये और 5 मैचों की इस सीरीज में सिर्फ 14 के औसत से रन बनाए।