क्रिकेट जगत में फैंस को वह बल्लेबाज सबसे ज्यादा पसंद आते हैं जो ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हैं और लम्बे-लम्बे छक्के लगाते हैं। हालांकि हर बल्लेबाज के खेल की अपनी एक अलग शैली होती हैं, कुछ अपनी ताकत से फैंस के बीच पहचान बनाते हैं तो कुछ अपनी तकनीक के दम पर। लेकिन अगर आप जरुरत पड़ने पर छक्के लगाने की काबिलियत नहीं रखते हैं तो यकीन मानिए क्रिकेट फैंस का ऐसे बल्लेबाजों को स्वीकार करना बेहद मुश्किल हैं।
हालांकि क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे बल्लेबाज भी हुए हैं, जिन्हें छक्के लगाना बिलकुल भी पसंद नहीं था क्योंकि इसमें कैच आउट होने का बहुत ज्यादा खतरा होता हैं। भले ही पूरी पारी समाप्त हो जाए लेकिन ये बल्लेबाज छक्का नहीं मारते थे। आज हम ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में बात करने वाले हैं, जिन्होंने अपने पूरे वनडे करियर में एक भी छक्का नहीं लगाया हैं और इनमे एक भारतीय क्रिकेटर भी शामिल हैं।
3. डियोन इब्राहिम
आज जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीम को काफी कमजोर माना जाता हैं, लेकिन पहले कई मौके ऐसे आये हैं जब इसी टीम ने बड़ी बड़ी टीमों को धूल चटाई हैं। डियोन इब्राहिम ने 2001 में जिम्बाब्वे के लिए अपना वनडे डेब्यू किया था और अपने पूरे करियर में इन्होने 82 वनडे मैच खेले। इस दौरान इन्होने 1443 रन भी बनाए लेकिन हैरानी की बात ये हैं कि इन्होने अपने पूरे करियर में कभी छक्का नहीं लगाया। यहां तक की इन्होने ज़िम्बाब्वे के लिए 29 टेस्ट भी खेले हैं और यहाँ भी इन्होने कोई छक्का नहीं लगाया हैं।
2. थिलान समरवीरा
थिलान श्रीलंका टीम के एक बड़े खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने उनके लिए 81 टेस्ट मैच खेले हैं, जहां उन्होंने 7 छक्के लगाए हैं लेकिन अपने 53 मैचों के वनडे करियर में ये एक भी छक्का नहीं लगा पाए। थिलान ने अपने वनडे करियर में 862 रन बनाए हैं और 2 शतक भी लगा चुके हैं लेकिन उनके नाम कोई भी छक्का दर्ज नहीं हैं।
1. मनोज प्रभाकर
मनोज प्रभाकर एक पूर्व भारतीय ऑलराउंडर हैं, जिन्होंने अपने 12 वर्ष लम्बे अंतरराष्ट्रीय करियर में भारत के लिए 39 टेस्ट और 130 वनडे खेले हैं और हैरानी की बात ये हैं कि इनके नाम टेस्ट में 4 छक्के दर्ज हैं जबकि अपने वनडे करियर में इन्होने कोई छक्का नहीं लगाया हैं। 130 वनडे मैचों में प्रभाकर ने 1858 रन बनाए हैं और 2 शतक व 11 अर्द्धशतक भी लगाए है लेकिन कभी छक्का नहीं लगा सके।