
2018 में अफगानिस्तान प्रीमियर लीग (एपीएल) आयोजित करने के अधिकार हासिल करने वाली कप्तानी ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) पर मुकदमा करके 5 मिलियन डॉलर की मांग की हैं।
एसीबी ने पिछले वर्ष एपीएल के व्यावसायिक साझेदार द्वारा इसके अधिकारों की रकम का भुगतान ने किये जाने पर अफगानिस्तान प्रीमियर लीग के 2019 सीजन को आगे खिसका दिया था। बोर्ड ने स्निक्सर स्पोर्ट्स से जुड़े लोगों की अखंडता के बारे में चिंताओं का हवाला देते हुए समझौते को समाप्त कर दिया था।
"सुरक्षा के हमारे प्रयास में, हमारे पास एसीबी के पक्षपाती और अवैध आचरण के खिलाफ कानूनी उपायों का सहारा लेने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था," स्निक्सर स्पोर्ट्स कंपनी से जुड़े एक अधिकारी ने लंदन की कोर्ट में दायर किये गए इस मामले के बारे में बात करते हुए कहा।
"प्रत्येक फ्रैंचाइज़ी प्रति टीम 1.5 मिलियन अमरीकी डॉलर के करीब खर्च करती है और 5 टीमों के मिलकर इसकी कुल राशी 7.5 मिलियन डॉलर है। लीग को बनाए रखने के लिए हर सीजन में प्रमोटरों द्वारा लगभग 2 मिलियन डॉलर खर्च किए जाते हैं, जो कुल लीग लागत को लगभग 10 मिलियन अमरीकी डॉलर प्रति सीज़न तक पहुंचा देता है। एपीएल सीज़न 1 का कोई मार्केट न होने के बावजूद और उद्घाटन के 60 दिनों में 3 मिलियन डॉलर से अधिक की हानि का सामना करने के बावजूद स्निक्सर ने लीग शुरू होने के 60 दिनों में 100 प्रतिशत बाजार राशि के भुगतान को मंजूरी दे दी," अधिकारी ने कहा।
दूसरी तरफ बोर्ड का कहना हैं कि उन्होंने स्निक्सर स्पोर्ट्स के साथ अपने अनुबंध को समाप्त कर दिया हैं क्योंकि कम्पनी अनुबंध के अनुसार राशि का भुगतान करने में नाकमयाब रही।
"एसीबी खुश हैं कि उन्होंने यह मांग कि क्योंकि अब हमें भुगतान नहीं करना पड़ेगा, यही नहीं उन्हें पिछले सीजन के एसीबी के भुगतान चुकाने होंगे। सबसे पहले उन्हें हमारी बाकी राशि चुकानी होगी और फिर हमारी कानूनी टीम उनसे बात करेगी और जरुरत पड़ी तो कोर्ट तक जायेगी," एसीबी अधिकारी मोहम्मद इब्राहीम मोमंद ने मीडिया से बात करते हुए कहा।
