बीसीसीआई मुख्य चयनकर्ता एम.एस.के. प्रसाद रविवार को तब विवादों में फंसते हुए नज़र आये, जब उन्होंने अपने बयान में ये कहा कि अंबाती रायडू के व्यंग्यात्मक "3 डी" वाले ट्वीट का खूब आनंद लिया, जिसे पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने हाल ही में खेले गए विश्व कप के लिए टीम में नहीं चुने जाने के बाद पोस्ट किया था|
रायडू को पहली बार तब नजरअंदाज किया गया था जब शिखर धवन चोटिल हुए थे और उनके स्थान पर रिषभ पंत को टीम में शामिल किया था और फिर उन्हें दोबारा नजरअंदाज तब किया गया जब ऑलराउंडर विजय शंकर को चोट लगी थी और उनके स्थान पर मयंक अग्रवाल को टीम में चुना गया था| इसके तुरंत बाद ही रायडू का ऐसा दिल टूटा कि उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला ले लिया|
आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार प्रसाद ने रविवार को वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम की घोषणा करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रायुडू के खिलाफ लिए गए फैसलों का बचाव करने की पूरी कोशिश करते हुए कहा कि, "ये देखने के लिए कि रायडू टीम सेटअप में कहा फिट होते हैं, कई कार्यक्रम तैयार किए गए थे| चयन समिति किसी एक खिलाड़ी के खिलाफ कोई भावना नहीं रखती हैं|"
उन्होंने कहा कि, "जब रायडू को टी20 में प्रदर्शन के आधार पर वनडे टीम में शामिल किया गया था तो समिति की काफी आलोचना की गई थी, लेकिन फिर भी हमने उसके बारे में सोचा था| यहाँ तक कि जब वह फिटनेस टेस्ट में असफल हुए थे, तो हमने उनका समर्थन किया था| उन्हें फिटनेस कार्यक्रम में शामिल किया गया था| कुछ कॉम्बिनेशन के कारण उन्हें नहीं चुना गया था, लेकिन इसका मतलब ये नहीं हैं कि चयनसमिति उनके खिलाफ है|"