सीओए ने पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ विक्रम राठौर को एनसीए में बल्लेबाजी कोच की भूमिका के लिए चुना

विक्रम राठौड़

एक बार फिर से बीसीसीआई की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में इस सप्ताह वही पुरानी कहानी दोहराई जाएगी|

मीडिया रिपोर्टों के आधार पर दो बार विक्रम राठौड़ की जूनियर राष्ट्रीय स्तर पर कोच के रूप में नियुक्ति को अस्वीकार कर दिया गया था, क्योकि इससे विवाद पैदा हो सकता था| लेकिन प्रशासकों की समिति (सीओए) ने एक बार फिर आगे बढ़ने और उन्हें नियुक्त करने के लिए तैयार कर ली है|
 
इस बार राठौड़ को एनसीए में बल्लेबाजी कोच के रूप में चुना गया है और पंजाब में जन्मे इस पूर्व क्रिकेटर और पूर्व चयनकर्ता को जल्द ही अकादमी के नए प्रमुख राहुल द्रविड़ के साथ काम करते हुए देखा जा सकता हैं|

इसके पहले इस साल फरवरी में, राठौड़ को संघर्ष के चलते अपने पद से इस्तीफ़ा देने के लिए कहने से पहले भारत ए और अंडर -19 टीमों का बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया था| मई में, उन्हें भारत ए टीम के मुख्य कोच के रूप में नियुक्त किया गया था और फिर से उन्हें अपने पद से इस्तीफ़ा देने को कहा गया था, क्योकि राठौर को सीओए ने खारिज कर दिया था|

अंडर -19 के चयनकर्ता आशीष कपूर से संबंधित, 50 वर्षीय को अंततः कई असफल प्रयासों के बाद एनसीए में नियुक्त किया गया हैं| राठौड़ की नियुक्ति के साथ ही सीओए ने एनसीए में खेल प्रमुख किंजल सूरतवाला की 'शिक्षा प्रमुख' के रूप में नियुक्ति को भी अंतिम रूप दे दिया है, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी|

टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया हैं कि, "कुछ साल पहले, बीसीसीआई द्वारा नियुक्त दो सदस्यीय टीम थी, जो एनसीए और उसके कामकाज से जुड़े कुछ मामलों की जांच करती थी| राकेश पारेख और सुनील देव उस जांच समिति का हिस्सा थे| वह रिपोर्ट अभी भी बीसीसीआई के पास है| मेरा सवाल यह है कि क्या सीओए ने इस नियुक्ति से पहले उस रिपोर्ट का अध्ययन किया था?" 

 
 

By Pooja Soni - 17 Jul, 2019

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