
दक्षिण अफ्रीका पहले ही 2 मैच बाकी रहते हुई ही नॉकआउट की दौड़ से बाहर हो गया हैं|
पाकिस्तान के खिलाफ मिली हार के बाद उनके बाहर निकलने की पुष्टि हो गई हैं और जल्द ही खिलाड़ियों के फिट और फ्रेश होने पर कई सवाल भी खड़े होने लगे हैं| हैरानी की बात यह है कि कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने तब यह खुलासा किया हैं कि उन्होंने अपने तेज़ गेंदबाज कगिसो रबाडा को इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में नहीं खेलने की सलाह दी थी|
मैच के बाद प्लेसिस ने कहा था कि, "हमने कोशिश की थी कि हम उसे आईपीएल में ना जाने दे| ताकि वो विश्व कप के लिए तरोताजा रह सके और फिर जब वह वहां गया, तो हम सोच रहे थे, चलो कोशिश करते हैं और उसे आधे आईपीएल से ही वापस बुला लिया था| हमने रबाडा के अलावा बाकी खिलाड़ियों को भी आईपीएल से बुलाने के बारे में सोचा था| मेरा मतलब ये है कि, मैंने आईपीएल शुरू होने से पहले ही इसके बारे में बात की थी, यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने तीनों-प्रारूपों के खिलाड़ियों को आराम देने का प्रयास करे|"
इस बीच रमेश पॉवर ने टीम के ख़राब प्रदर्शन के लिए क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (CSA) के खराब खिलाड़ी प्रबंधन को दोषी ठहराया हैं| उन्होंने उदाहरण दिया हैं कि किस तरह बीसीसीआई और सभी फ्रैंचाइजी अंतर्राष्ट्रीय मैचों को छोड़कर आईपीएल के दौरान भी भारतीय तेज गेंदबाजों का प्रबंधन करते हैं| नतीजा जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन| भुवनेश्वर कुमार ने भी चोटिल होने से पहले अच्छा प्रदर्शन किया|
Its important how you manage your players. Look at @Jaspritbumrah93 & other fast bowlers been managed by @BCCI @mipaltan & all franchises. Injury will always be part of a fast bowler's career, who puts in heart & soul for his team.its not abt criticism but managment & awareness. https://t.co/rygpvU6pib
— ramesh powar (@imrameshpowar) 25 June 2019
