
भले ही सिद्धेश लाड को उनकी मुंबई रणजी ट्रॉफी टीम के साथियों ने 'संकटमोचन' का टैग दिया हो. लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की ओर से मुंबई इंडियंस के लिए अपना डेब्यू करने में उन्हें पांच साल का समय लग गया|
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बताया हैं कि, "यह एक लंबा इंतजार था| मैंने इतने समय तक इंतजार किया हैं| जब मुझे रोहित से डेब्यू कैप मिली, तो मैं भावुक हो गया था| मेरे लिए यह गर्व का पल था|"
उन्होंने कहा हैं कि, "मुझे वास्तव में गर्व है कि मैं एक ऐसी टीम का सदस्य हूँ, जिसने चार बार आईपीएल का खिताब जीता है| अन्य टीमों में से किसी ने भी यह रिकॉर्ड हासिल नहीं किया है| मुझे उत्तेजित किया गाय था| मैं कुछ अलग करना चाहता था| यह एक लूज़ डिलीवरी थी और मैं इस मौके को गवाना नहीं करना चाहता था, इसलिए मैंने इसे छह के लिए हिट किया था|"
उन्होंने कहा हैं कि, "मुंबई इंडियंस के पास स्टार खिलाड़ी हैं| उन्होंने ज्यादातर समय एक ही प्लेइंग इलेवन पर विश्वास बनाये रखा| जब आपके पास पहले से ही स्टार खिलाड़ियों से भरी बल्लेबाजी लाइन-अप है, तो अंतिम प्लेइंग इलेवन बनाना कठिन हो जाता है| अंत में, केवल ग्यारह ही मैच में खेलेंगे|"
दिलचस्प बात तो यह है कि, लाड के पिता, दिनेश एमआई कप्तान रोहित शर्मा के क्रिकेट कोच और मेंटर हैं| उन्होंने आगे कहा हैं कि, “रोहित मुझसे पाँच साल सीनियर है| वह एक अध्भुत प्रतिभा हैं| हाथ और आँख का समन्वय उसके लिए ईश्वर का एक उपहार हैं| मैंने उनके (शुरुआती) दिनों से उनकी बल्लेबाजी देखी है, वह सिर्फ एक अद्भुत प्रतिभा है| उनके तहत खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है| वह स्कूल में मेरे सीनियर थे और मैंने उससे बहुत कुछ सीखा हैं|"
इसमे कोई आश्चर्य की बात नहीं कि दिनेश ने भी अपने बेटे का मार्गदर्शन और नेतृत्व किया हैं| यह पूछे जाने पर कि क्या दिनेश उन्हें भी वही सुझाव देते हैं जो उन्होंने रोहित को दिए थे, तो इस पर लाड ने हँसते हुए कहा कि, “हाँ, उन्होंने हमें कई बार एक साथ कोचिंग दी है| हम दोनों उसे ध्यान से सुनते थे| यह वही हैं, जो मैदान पर मेरी मदद कर रहा है|'
