अमित मिश्रा ने इंडियन प्रीमियर लीग के इस सीजन में सिर्फ छह मैचों में ही हिस्सा लिया हैं, लेकिन अमित मिश्रा के पास पूरा करने की योग्यता हैं| यह सिर्फ इसलिए नहीं कि दिल्ली कैपिटल प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई करने की कगार पर है, बल्कि इसलिए भी है क्योंकि अनुभवी लेगी आईपीएल इतिहास में 150 विकेट लेने वाले पहले स्पिनर भी बन गए हैं|
गुरुवार को स्पोर्टस्टार से बात करते हुए अमित ने कहा कि, “आपको बहुत मेहनत करनी होगी| मैं कोशिश करता हूँ और हर सीजन में खुद को अपग्रेड करता हूँ| मैं इस सीजन में कुछ खेल से चूक गया|मुझे लगता है कि मुझे परिस्थितियों को समझने और अपनी गेंदबाजी को अपने हिसाब से ढालने में थोड़ा समय लगा, लेकिन मुझे लगता है कि मैं सही समय पर परिस्थितियों में ढल गया|"
उन्होंने कहा कि, "जैसे बल्लेबाज मेरे वीडियो का विश्लेषण करते रहते हैं, मैं शीर्ष पर बने रहने के लिए हर सीजन में कुछ बदलाव लाने की कोशिश कर रहा हूँ| आपको इनोवेटिव होना होगा, खासतौर पर 360 डिग्री के पेडिग्री को देखते हुए कि ज्यादा से ज्यादा बल्लेबाज इसमें सफल हो रहे हैं|"
पिछले कुछ सत्रों में मिश्रा की विकेट लेने की क्षमता में गिरावट होने के बावजूद, वह इससे बहुत ज्यादा चिंतित नहीं थे| उन्होंने बताया हैं कि, "मुझे लगता है कि यह इस तथ्य के साथ सही मेल खाता है कि बल्लेबाज मेरे खिलाफ अपना विकेट बचाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं| यदि आप देखे तो, जब एक विकेट लेने वाले गेंदबाज की स्ट्राइक रेट अधिक होने लगती है, तो उसकी इकॉनमी रेट में भारी वृद्धि होती है| लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मेरे इकॉनमी रेट में बहुत अधिक अंतर नहीं आया है|"
उन्होंने कहा हैं कि, "बल्लेबाज मेरे खिलाफ अधिक सतर्क रहते हैं, पिछले दो-तीन वर्षों में विकेट तेज गति से नहीं आ रहे हैं, लेकिन जब से इकॉनमी रेट में ठहराव आया हैं, मैं इसके लिए बहुत ज्यादा चिंतित नहीं हूँ| इसके अलावा, जब मैं दबाव बढ़ाता हूं, हूँ, तो इसके परिणामस्वरूप दूसरे छोर पर विकेट गिरते हैं, इसलिए जब तक टीम को फायदा होता है, यह सब ठीक है|"