
सुनील गावस्कर ने कहा कि वे चौथे वनडे में न्यूजीलैंड के हाथों भारत की करारी हार को लेकर बहुत चिंतित नहीं थे, लेकिन उन्होंने कहा हैं कि यह मध्यक्रम के बल्लेबाजों के लिए एक मौका था कि वे सलामी बल्लेबाज़ी के विफल होने के बाद खुद को लाइमलाइट में ला सकते थे| विराट कोहली की अनुपस्थिति में, जिन्हें आराम दिया गया है, यह शुभमन गिल, अंबाती रायडू, दिनेश कार्तिक और केदार जाधव के पास अपने दम पर मैच जीतने का एक अच्छा मौका था|
गुरुवार को हैमिल्टन में भारतीय बल्लेबाजों ने तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट के सामने अपने घुटने टेक दिए थे| जिसके बाद मध्यक्रम के बल्लेबाज भी असफल रहे| इंडिया टुडे से बात करते हुए गावस्कर ने कहा हैं कि, "केदार जाधव और शुभमन गिल जैसे बल्लेबाजों ने एक बहुत ही बड़ा अवसर गंवा दिया| सलामी बल्लेबाज़ों के आउट होने के बाद आपके पास करीब 40 ओवर में बल्लेबाजी करने का मौका था| कभी आपके सलामी बल्लेबाज़ बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं तो कभी विराट 30-40 ओवर क्रीज पर बने रहते हैं| तो तब क्या आपको अपने और टीम के लिए बड़ा स्कोर बनाने का क्या मौका मिलता है|"
उन्होंने कहा हैं कि, "आपको 10-15 ओवर मिलते है| लेकिन ऐसी परिस्थिति में जब कि दोनो सलामी बल्लेबाज़ पहले 10 ओवर के अंदर ही पवेलियन लौट चुके थे, तो मध्यक्रम के बल्लेबाजों के लिए शानदार मौका था| इन्होंने हाथ में आया सुनहरा अवसर गंवा दिया|"
अंबाती रायुडू के आउट होने पर गावस्कर काफी निराश हुए थे और उन्होंने इस पर कहा हैं कि, "रायुडू को चौथे क्रम की जिम्मेदारी को समझना होगा| उन्होंने परिस्थिति को नहीं समझा, जिसका नुकसान उन्हें और टीम को झेलना पड़ा| उनके पास क्रीज पर जमने रहने के लिए कई ओवर्स का समय था|उनके पास करीब 40 ओवर में बल्लेबाजी करने का मौका था| आपके दो सबसे अनुभवी बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे, ऐसे में रायुडू के पास सीनियर क्रिकेटर की भूमिका निभाने का बहुत ही शानदार मौका था और धैर्य बरतते हुए वह एक बड़ी पारी खेल सकते थे|"
हालांकि गावस्कर 19 वर्षीय गिल के डेब्यू पर कठिन परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने के तरीके से प्रभावित थे| उन्होंने कहा हैं कि, "उस समय भी जब गिल वहां थे, उन्होंने दिखाया हैं कि उनके पास खेलने की क्षमता थी| जब कोई गेंद बाहर घूम रही होती है तो कोई भी आउट हो सकता था, लेकिन वह थोड़े समय के लिए क्रीज़ बने रहे| हाँ, वह हेलमेट पर हुए उस प्रहार से शायद थोड़ा परेशान हो रहे थे, लेकिन ऐसा हुआ है| मुझे लगता है कि वह बहुत अच्छा खिलाड़ी है जिसे हमें उसे सीधे छोड़ने के संदर्भ में नहीं सोचना चाहिए| हमें उसे कुछ और मौके देने चाहिए|"
गावस्कर ने कहा कि किसी भी टीम के साथ ऐसा हो सकता है और आइल लिए बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है| पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कहा हैं कि, "मुझे लगता है कि यह उन दिनों में से एक है जो कि किसी भी टीम के साथ हो सकता है| आपके पास अपने कार्यालय में एक बुरा दिन हो सकता है और आज ठीक ऐसा ही इस भारतीय टीम के साथ भी हुआ है| मुझे नहीं लगता कि मैं इस बारे में अत्यधिक चिंतित हूँ, कि आज क्या होगा |"
