गेंद से छेड़छाड़ के मामले पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन का कहना है कि जब केपटाउन में बॉल टैंपरिंग की योजना बनाई जा रही थी, तो तब तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ को अपने आंखे नहीं मूंदनी चाहिए थी|
लेहमैन ने ‘मैकरी स्पोर्ट्स रेडियो' से बात करते हुए बताया हैं कि, “स्टीव ने इस योजना पर आँख बंद करने का फैसला किया| वह देश के कप्तान थे और उसे इस फैसले पर अधिक नियंत्रण रखना चाहिए था| मैं अभी भी अपने देश की कप्तानी करने के दबाव को नहीं समझ सकता हूँ, यह आपके हिसाब से बहुत अच्छा है|"
लेहमैन ने कहा कि बैनक्रॉफ्ट को गेंद से छेड़छाड़ करने के लिए कहा गया था, तब उन्हें इसकी जानकारी सपोर्ट स्टाफ को देनी चाहिए थी| उन्होंने कहा कि, "हाँ, वह (बैनक्रॉफ्ट) हो सकता है और उसे हमारे पास आना चाहिए था|"
“उन लोगों से बहुत बड़ी गलती हुई, जिसका खामियाज़ा बहुत से लोगो को भुगतना पड़ा| हमें पता है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था, लेकिन ऐसा हुआ| आप वहाँ ड्रेसिंग रूम में बैठे हैं और यह देखते हुए कि वह क्या हो रहा हैं आपका दिल घबरा रहा हैं|"
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कोच ने कहा कि, "मेरे लिए, मुझे लगता है कि हमें आगे बढ़ना चाहिए और यह समझने की जरूरत है कि ये सब कुछ हुआ और यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में बहुत बुरा समय था|"