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IND v WI 2018 : एमएसके प्रसाद पिच की पूजा कर पड़े मुश्किल में

IND v WI 2018 : एमएसके प्रसाद पिच की पूजा कर पड़े मुश्किल में

एमएसके प्रसाद

टीम इंडिया के प्रमुख चयनकर्ता एमएसके प्रसाद एक बार फिर से एक नए विवाद में शामिल होते हुए नज़र आ रहे हैं|

इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज के आखिरी तीन वनडे के लिए टीम इंडिया के चयन पर प्रसाद को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जब केदार यादव के फिट होने के बावजूद उन्हें टीम इंडिया में नहीं चुना गया था| जिसके बाद प्रसाद को खुद आगे आकर इसका स्पष्टीकरण देना पड़ा था|

अब प्रसाद एक नए विवाद में फंसते हुए नजर आ रहे हैं| जिसके चलते प्रसाद ने विशाखापत्तनम के वायएस राजशेखऱ रेड्डी स्टेडियम की पिच की पूजा की थी| 

प्रसाद के पिच की पूजा करने पर यह सवाल उठाया जा रहा हैं कि क्या प्रसाद ने टीम इंडिया की जीत के लिए ये पूजा की हैं| टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार प्रसाद ने भारत और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज के दूसरे वनडे से पहले स्टेडियम की पिच पर आंध्रप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन कुछ अधिकारियों और पिच क्यूरेटर्स के साथ पूजा की थ| इस मैच को रोमांचक रूप से अंतिम गेंद पर टाई होते हुए देखा गया हैं| माना जा रहा है कि प्रसाद ने भारतीय टीम की जीत के लिए यह पूजा कराई थी|

भले ही उनकी इस पूजा ने पिच या किसी और चीज को प्रभावित नहीं किया है, फिर भी पूर्व आंध्र क्रिकेटर और एसीए / वीडीसीए के अधिकारी जीजेजे राजू के पास इसके बारे में और भी अन्य राय हैं| उन्होंने मुख्य चयनकर्ता को इस अधिनियम के लिए 'क्रिकेट अशिक्षित' कहा हैं, जो कि उन्हें लगा कि यह खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत पर से ध्यान को भटका देगा|
 
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए राजू ने कहा कि, "एमएसके ऐसी गतिविधि में कैसे हिस्सा ले सकते है? वह राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष हैं और यह उनके पद के अनुरूप नहीं है| ऐसा तब होता है जब 'क्रिकेट अशिक्षित' पदों में होते हैं जिनके लिए वे उपयुक्त नहीं होते हैं| खेल धर्मनिरपेक्ष है और इसमें धर्म और अंधविश्वासवादी विश्वास लाना उचित नहीं है| यह एमएसके के हिस्से पर एक शर्मनाक कार्य हैं|"

उन्होंने आगे कहा कि, "खेल खिलाड़ियों के कौशल पर जीता या हारा जाता हैं और देवताओं का आह्वान करने से कोई भी मदद नहीं मिलती हैं| क्या हम इस तरह के सस्ते दिखावे में शामिल होकर खुद को मूर्ख नहीं बना रहे हैं? बीसीसीआई को इसके बारे में एक फैसला लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी चीजें न हों|"

 
 

By Pooja Soni - 27 Oct, 2018

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