पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में मेजबानों से मेल खाने के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद खराब नतीजों के कारणों का विश्लेषण किया|
कपिल का कहना है कि भारतीयों के महत्वपूर्ण क्षणों पर मौको को पकड़ने में असमर्थता दिखाने के कारण भारत को टेस्ट श्रृंखला गवानी पड़ी|
पूर्व कप्तान ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए बताया हैं कि, "एक चरण में, भारत चौथे टेस्ट मैच में छह विकेट पर 86 रन बनाकर इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल सकता था| वहां से, इंग्लैंड 246 रन बनाने के लिए आगे बढ़ गए| इसलिए, यह सुनिश्चित करना बहुत आसान है कि भारत ने साउथेम्प्टन टेस्ट में कैसे अवसर हासिल करने में चूक कर दी|"
उन्होंने यह भी कहा हैं कि भारतीय टीम अपने कप्तान विराट कोहली पर बहुत अधिक निर्भर थी और यही कारण है कि वे एक टीम के रूप में नज़र नहीं आ रही थी| उन्होंने कहा हैं कि, "केवल कोहली पर इतना भरोसा करना उचित नहीं है| उनमें से कोई भी कोहली के रूप में दिखाई नहीं दिया| भारत एक टीम के रूप में खेलता हुआ नज़र नहीं आ रहा था| न केवल साउथेम्प्टन टेस्ट, बल्कि भारत ने शुरुआती टेस्ट मैच भी जीता होता,अगर टीम ने अवसर हासिल किए होते तो|"
हालांकि, उन्होंने तेज गेंदबाजों की प्रशंसा की, जो हर टेस्ट मैच में 20 विकेट लेने में सक्षम हुए थे| उन्होंने कहा कि, "मैं भारत को इस तरह तरह से याद नहीं करूँगा| लेकिन मैं पूरी सीरीज़ में भारतीय तेज गेंदबाज के प्रदर्शन को देख खुश हैं|"