वर्ष 2016 में नाबाद 1009 रनो की पारी खेलकर दुनियाभर में वाहवाही लूटने वाले मुंबई के 'वंडर बॉय' प्रणव धनावडे की कहानी को हाल ही में अगले शैक्षणिक वर्ष के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पाठ्यक्रम में शामिल किया गया हैं |
धनावडे की प्रेरणादायक कहानी को सीबीएसई की हिंदी कक्षा III के पाठ्यपुस्तक में पाठ्यक्रम के एक हिस्से के रूप में शामिल किया गया हैं | जब इस खबर के बारे में प्रणव को सूचित किया गया, तो वे तो हैरान ही रह गए और पुस्तक के दो पृष्ठों में छपी अपनी कहानी को देखकर काफी रोमांचित हो उठे |
Mid-day से बात करते हुए प्रणव ने कहा हैं कि, "यह पूरी तरह से मेरी उम्मीद से परे है | मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरी कामयाबी स्कूल पाठ्यपुस्तक में एक सबक बन जाएगी | जब एक दोस्त ने मुझे इसके बारे में बताया, तो मैं हैरान ही रह गया | मैं तुरंत ही उस किताब को लेने चला गया | रिकॉर्ड बनाने के बाद मेरी तस्वीरों के साथ मेरी कहानी को दो पृष्ठों में छापा गया है | पुस्तक अभी तक छात्रों के लिए उपलब्ध नहीं कराइ गई है, क्योंकि यह अगले वर्ष के पाठ्यक्रम का हिस्सा है | वर्तमान में, यह केवल उन शिक्षकों के लिए उपलब्ध है जिन्हें अगले वर्ष कि तैयारी करने की जरुरत है |"
युवा बल्लेबाज़ ने कहा कि, "यह मेरे जीवन में एक नए अध्याय की तरह है | यह मेरे खेल के स्तर को न सिर्फ पदोन्नत करने के लिए हैं, बल्कि मेरे लक्ष्य पर फिर से ध्यान केंद्रित करने के लिए, मेरे लिए एक बड़ी प्रेरणा है, क्योंकि मेरी उपलब्धि पढ़ने के बाद, छोटे बच्चे मेरा अनुकरण करने की कोशिश करेंगे |"
हालांकि, प्रणव जानते हैं कि उन्हें अब उस पारी से आगे बढ़ने की जरुरत हैं और उसी के अनुसार वह मुंबई के पूर्व कोच सुलाक्षन कुलकर्णी की मदद से अपनी तकनीक पर काम कर रहे हैं |18 वर्षीय प्रणव ने कहा हैं कि, "अब मुझे यह रिकॉर्ड भूलना होगा और बस अपने खेल में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित करना है | वर्तमान में, मैं कंगा लीग की तैयारी में अपनी फिटनेस पर काम कर रहा हूँ | सुलाक्षन कुलकर्णी, सर मेरे दृष्टिकोण और पकड़ जैसे मुद्दों के साथ मेरी बहुत मदद कर रहे हैं |"