आईपीएल 11 में अभी तक चेन्नई सुपर किंग्स ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है | हर खेल में, सभी खिलाड़ियों ने अपना योगदान दिया हैं | हालांकि, अभी भी डैथ गेंदबाजी उनके लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है और मुंबई इंडियंस के खिलाफ मिली हार इसका एक ताज़ा सबूत हैं |
जिसके बाद कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने डैथ गेंदबाजी में कुछ स्थिरता प्रदर्शित करने पर जोर दिया है | ड्वेन ब्रावो को छोड़कर शेन वॉटसन, शार्दुल ठाकुर और दीपक चहर जैसे खिलाडी चेन्नई में अपनी ये भूमिका निभाने के दौरान काफी असंगत रहे हैं |
मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच में ठाकुर ने शुरुआती स्पेल में तो अच्छी गेंदबाजी की, इतना ही नहीं उन्होंने 16वें ओवर में केवल 5 ही रन दिए थे, लेकिन 19वें ओवर में रोहित शर्मा ने ठाकुर की गेंद पर 4 चौकों जड़ दिए, जिसकी मदद से उन्होंने कुल 17 रन बना लिए | यहीं से मैच पूरी तरह चेन्नई के हाथो से निकल गया | फ्लेमिंग ने स्वीकार किया हैं कि ठाकुर अभी भी खुद को एक डैथ गेंदबाज के रूप में स्थापित करने के लिए काफी काम कर रहे हैं |
फ्लेमिंग ने कहा हैं कि, "मैं ठाकुर को स्लोग ओवरों के लिए एक गेंदबाज के रूप में देखता हूँ और उन्होंने टीम इंडिया के लिए ऐसा किया भी हैं | जी हाँ, वह डैथ गेंदबाजी में असंगत रहा है | जबकि उन्होंने कुछ अच्छे लाभ उठाये हैं, फिर भी कुछ असंगतता रही है | हमने उनकी योजना को किसी भी चीज़ से ज्यादा सही बनाने पर कड़ी मेहनत की है | वह इस प्रगति पर काम कर रहे है |"
फ्लेमिंग ने आगे बताया हैं कि यह समय खिलाड़ियों पर विश्वास करने और उनका समर्थन करने का समय हैं | जब उनसे यह पूछा गया कि, क्या ठाकुर का उदासीन फॉर्म उन्हें टीम में बदलाव करने के लिए प्रेरित करता हैं, तो इस पर उन्होंने कहा हैं कि खिलाड़ियों को निकालना कोई समाधान नहीं हैं, लेकिन उन्होंने इसकी संभावना से इंकार भी नहीं किया हैं |
चेन्नई के कोच ने कहा हैं कि, "हमें केवल कुछ गेंदबाजों की तलाश करने की जरूरत है, न सिर्फ ठाकुर, जो की इस भूमिका को निभा सकते हैं | साथ ही, हमे खिलाड़ियों पर विश्वास भी करना होगा | संगत खिलाड़ियों को टीम में रखना और असंगत खिलाड़ियों बाहर निकालना समस्या का हल नहीं है | लेकिन हम फिर से आकलन करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि गेंदबाज़ो की संख्याएं बढ़ जाए | अन्यथा, हमे बदलाव करना पड़ेगा |"