संजय मांजरेकर के अनुसार भारत को श्रीलंका में ऋषभ पंत को जरूर देना चाहिए मौका

AFP

बीसीसीआई के चयनकर्ताओं ने नियमित विकेटकीपर एमएस धोनी और रिद्धिमान साहा की अनुपस्थिति में दिनेश कार्तिक और पार्थिव पटेल को चुन लिया है | लेकिन अब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं मिल रहा है | इस बात से क्रिकेट विशेषज्ञ संजय मांजरेकर काफी चिंतित हैं |

हाल ही में संपन्न हुई दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान, साहा के चोटिल हो जाने के बाद पार्थिव को टेस्ट सीरीज में शामिल किया गया था और अब निदास ट्रॉफी के लिए टीम में कार्तिक का नाम दिया गया है |इस सूची में युवा और प्रतिभावान रिषभ पंत भी हैं और मांजरेकर का मानना ​​है कि 20 वर्षीय को सीरीज में संभव होने वाले हर मैच में खेलने का मौका दिया जाना चाहिए |
 
टाइम्स ऑफ इंडिया के अपने कॉलम में मांजरेकर ने लिखा कि, "धोनी और साहा के विकल्प में सिर्फ दिनेश कार्तिक और पार्थिव पटेल को देखना सही नहीं है | ऐसा लग रहा है कि जैसे भारत के पास अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाजों का अकाल पड़ा हुआ है |"

निदास ट्रॉफी के लिए ऋषभ पंत को लिया गया है | इस पर मांजरेकर का मानना हैं कि ज्यादा मौका पंत को ही मिलना चाहिए | पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने मध्यक्रम के बल्लेबाज मनीष पांडे की आलोचना की हैं, जो अभी भी सीमित-ओवर में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए हैं | मांजरेकर ने लिखा हैं कि, "मनीष पांडे के पास स्पष्ट प्रतिभा है लेकिन मुझे उनकी असंगतता काफी पसंद नहीं है | दक्षिण अफ्रीका में दूसरे ट्वेंटी 20 में हाल ही में शानदार 79 रनों के बाद वह अगले मैच में नाकाम रहे, जो कि स्पष्ट है, लेकिन उन्होंने इससे पहले भी अपने कैरियर में उन्होंने ऐसा ही किया था |"
 
उन्होंने कहा कि, "जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया में वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले शतक  के बाद से उनके पास असफलताओ का एक बोझ रहा हैं | वह अपने फॉर्म को बरकरार नहीं रख पा रहे हैं | केएल राहुल को टीम में शामिल करने के लिए यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि पांडे हर समय बचे हैं |"

मांजरेकर का यह भी मानना हैं कि निदास ट्रॉफी भारतीयों के पास अपनी ताकत का परीक्षण करने का एक उत्तम मौका होगा | मांजरेकर ने कहा कि, "भारतीय क्रिकेट वर्तमान में तेज़ी से बढ़ रहा है और अच्छी टीम ऐसे समय का उपयोग कर, अपनी स्तिथो और भी मज़बूत करती हैं, लेकिन फिर भी वहां ऐसा कुछ नहीं हैं | भारत सफेद गेंद क्रिकेट में गेंदबाजी में, दोनों ही क्षेत्र तेज़ गेंदबाज़ी और स्पिन में बहुत अच्छा हैं | यह मध्यक्रम की बल्लेबाजी और धोनी के बाद अगली पीढ़ी के 'कीपर-बल्लेबाज' को तलाश करने की जरुरत है, जो कि उन क्षेत्रों को संबोधित कर सके | सुरेश रैना ने एक शानदार वापसी की है, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह मध्य में हमरे लिए एक सुरक्षित विकल्प है, उसके लिए उन्हें अपने फॉर्म को जारी रखना चाहिए | वापसी के बाद, उम्मीदें और अधिक बढ़ जाती हैं, क्योंकि इसमें संदेह भी हैं, जिन्हें आपको जीतने की ज़रूरत है |"

 
 

By Pooja Soni - 05 Mar, 2018

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