https://117.18.0.18/ https://202.95.10.186/ pkv games bandarqq dominoqq slot depo 5k depo 25 bonus 25 slot indosat pkv games dominoqq pkv games pkv games bandarqq pkv games bandarqq dominoqq pkv games dominoqq bandarqq bandarqq pkv games dominoqq https://ro.gnjoy.in.th/wp-includes/js/plupload/ slot depo 5k slot indosat
संदीप लेमिछाने के माता-पिता आईपीएल 2018 के दौरान भारत की यात्रा करने के लिए हैं उत्साहित

संदीप लेमिछाने के माता-पिता आईपीएल 2018 के दौरान भारत की यात्रा करने के लिए हैं उत्साहित

आईपीएल सीजन-11 की नीलामी में पहली बार आये संदीप लेमिछाने नेपाल के पहले क्रिकेटर हैं, जिसके बाद से वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं |  

आईपीएल 2018 की नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स ने प्रतिभाशाली लेग ब्रेक गेंदबाज को खरीदा था | अब जब संदीप के पास टूर्नामेंट में खेलने का बहुत अच्छा मौका है, तो उसके माता-पिता भारत की अधिक बार यात्रा करने की इच्छा रखते हैं | यहाँ तक कि उनके माता-पिता ने अब पहले से भी कहीं ज्यादा भारतीय क्रिकेट का अनुसरण करना शुरू कर दिया हैं | 

PakObserver की हालिया रिपोर्ट के अनुसार संदीप लेमिछाने के पिता चंदर नारायण लेमिछाने ने कहा कि वे आईपीएल के दौरान भारत आने कि इच्छा रखते हैं | दिलचस्प बात तो ये हैं कि भारत के साथ लेमिछाने परिवार का संबंध नया नहीं है | संदीप के पिता ने चालीस वर्षो तक भारत रेलवे में काम किया हैं |

संदीप के पिता ने बताया हैं कि, "हम आईपीएल सीजन के दौरान भारत आने की योजना बना रहे हैं |आईपीएल टीम में अपने बेटे के शामिल होने के बाद, हम नेपाल में यहां से खेल से ज्यादा भारतीय क्रिकेट का अनुसरण कर रहे हैं | मैंने दिल्ली में 45 साल के लिए भारतीय रेलवे में काम किया था | मैं यहाँ एक चौथे वर्ग का कर्मचारी था और मेरी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति से पहले मेरा श्रेणी III में पदोन्नत किया गया था |"

इसके अलावा, संदीप के भाई मोहन भी भारतीय रेलवे में काम करते हैं | उन्होंने आगे कहा कि, "हम  हाल ही में चितवन में स्थानांतरित हुए हैं, लेकिन भारत में अक्सर आना-जाना रहा हैं | मेरा दूसरा बेटा, मोहन, जिसने क्लब के स्तर पर क्रिकेट खेला था, वह दिल्ली में भारतीय रेलवे में है |"

इस बीच, संदीप की मां कोपीला देवी ने टिप्पणी की थी कि वह अपने बेटे को इंजीनियर या डॉक्टर बनना चाहते थी, लेकिन खेल में उसके बेटे की दिलचस्पी देखने के बाद, उन्होंने उसे अपने सपनों का पीछा न करने का फैसला लिया | उन्होंने बताया कि, "हम चाहते थे कि संदीप एक डॉक्टर या इंजीनियर बने, लेकिन वह क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करना चाहते था और हमने भी उन्हें प्रोत्साहित किया | उस पर कोई दबाव नहीं है और हम इस खेल के प्रति उसके प्यार का सम्मान करते हैं |"

सभी अच्छी तरह से जानते हैं कि संदीप ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के नेतृत्व में सावधानीपूर्वक तैयारी की हैं | उसी बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि क्लार्क ने हांगकांग में संदीप को देखा हैं | संदीप के गरीब वित्तीय स्तिथि के बारे में जानने के बाद, क्लार्क ने संदीप के लिए ऑस्ट्रेलिया में करीब तीन महीने के लिये रहने का इंतज़ाम किया था | नेपाल में, युवा खिलाड़ी श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर पुबुदु दस्सनायके के साथ भी देखे गए थे |  

संदीप की माँ ने बताया कि, "क्लार्क ने उसे हांगकांग में टूर्नामेंट में देखा हैं और मेरे बेटे ने उन्हें हमारी वित्तीय स्थिति के बारे में बताया था | जिसके बाद क्लार्क ने तुरंत ऑस्ट्रेलिया में ढाई महीने से अधिक रहने के लिए इंतज़ाम किया करवाया था, जहां संदीप ने उनकी अकादमी में गेंदबाजी के बारे में और अधिक सीखा था |"

साथ ही उन्हके पिता ने कहा कि, "नेपाल में यहां के लोग उसे नेपाल का शेन वॉर्न कहकर बुलाते हैं | उसकी प्रतिभा को पहली श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी पुबुदु दस्सनायके ने पहचाना था | मैंने यहाँ लाइव उसकी नीलामी को देखा था और नीलामी में उसके चयन के बाद आश्चर्य भी नहीं हुआ था | अगर दिल्ली टीम ने उसके चयन करने पर भरोसा नहीं दिखया होता तो, अन्य टीमों द्वारा भी उसकी बोली लगाई जाती |"

 
 

By Pooja Soni - 13 Feb, 2018

    Share Via