मुझे नहीं पता की ऐसे शीर्षक उनके लिए कौन लिखता हैं, लेकिन ये वाकई में काफी अजीब और हास्यजनक हैं।
भारत में क्रिकेट फैंस की संख्या किसी भी अन्य खेल की तुलना में बहुत अधिक है, जिसका सीधा असर हमें मैच के समय हर चीज पर देखने को मिलता है, यहाँ तक की मीडिया पर भी। ऐसे में न्यूज़ चैनलों पर हमें, जिस दिन मैच होता है, पूरे दिन सिर्फ क्रिकेट से जुड़ी खबरें और विश्लेषण देखने को मिलता है।
अगर आप भी इस तरह के न्यूज़ चैनल देखना पसंद करते है तो आपको पता होगा कि कई बार इनकी ख़बरों का शीर्षक कितना अजीब होता हैं। मुझे नहीं पता की ऐसे शीर्षक उनके लिए कौन लिखता हैं, लेकिन ये वाकई में काफी अजीब और हास्यजनक हैं। इनमें से कुछ आप खुद यहाँ पर देख सकते हैं।
कौन कहता है कि सिनेमा का असर मीडिया पर नहीं होता? देखिये तुकबंदी तो अव्वल दर्जे की हैं।
इतना आसान होता तो कोई भी बन जाता।
शुक्र है कि इस आंधी के कारण सीरीज के मैच रद्द नहीं हुए।
अब बल्ला दोगला हो गया हैं।
शुक्र है की ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी हिंदी नहीं पढ़ सकते हैं।
अब इनका तो कहना ही क्या।
मुझे पता है कि कुछ भारतीय क्रिकेटरों ने बॉलीवुड की फिल्मों में काम किया है लेकिन वह खुद फिल्में बनाने लगे हैं,यह नहीं पता था।
इनके कहने का मतलब है कि भारतीय टीम जबरदस्त फॉर्म में हैं।
पिच को छोड़ो, यह बताओ की इतनी शुद्ध हिंदी में ये शीर्षक किसने लिखा हैं।
यह सच में क्रिकेट मैच ही है ना।