यहां आज हम ऐसे भी ही रिकॉर्ड्स के बारे में जानेंगे जिन्हें हासिल करना कोहली के लिए लगभग नामुमकिन हैं।
अपने एक दशक से भी लम्बे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में उन्होंने तीनो प्रारूपों में 50 से अधिक के औसत से 20 हजार से भी अधिक रन बनाए हैं। विराट की कप्तानी में भले ही भारतीय टीम अभी तक कोई बड़ा आईसीसी टूर्नामेंट न जीत पाई हो, लेकिन वह दुनिया की सबसे खतरनाक टीमों में से एक जरुर बन गई हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण कोहली का सबसे आगे आकर टीम का नेतृत्व करना हैं।
कोहली ने अभी तक अपने करियर में कई बड़े रिकॉर्ड हासिल किये हैं, और कई बड़े रिकॉर्ड वह भविष्य में हासिल भी करेंगे लेकिन क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी हैं जो किंग कोहली की पहुंच से भी बाहर हैं। यहां आज हम ऐसे ही 5 रिकॉर्ड्स के बारे में जानेंगे जिन्हें हासिल करना कोहली के लिए लगभग नामुमकिन हैं।
5. वनडे में सबसे ज्यादा रन
वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर के नाम हैं, जिन्होंने अपने करियर का अंत 18,426 रनों के शानदार आंकड़ों के साथ किया था। हम अक्सर विराट कोहली की तुलना सचिन के साथ करते हैं और जानते हैं कि उनके अधिकतर रिकॉर्ड कोहली ही तोड़ने वाले हैं, लेकिन जाहिर तौर पर यह रिकॉर्ड तोड़ना कोहली के लिए भी नामुमकिन सा हैं।
कोहली भारत के लिए अभी तक 248 वनडे मैच खेल चुके हैं, जहाँ उन्होंने 59.33 के औसत से 11,867 रन बनाए हैं। कोहली को इस रिकॉर्ड को हासिल करने के लिए इसी गति से लगभग अगले 5-6 सालों तक रन बनाने होंगे, जो असंभव सा लगता हैं।
4. टेस्ट में 400* रनों की पारी
3. वनडे की एक पारी में 264 रन
यह रिकॉर्ड विराट कोहली के ही साथी खिलाड़ी रोहित शर्मा के नाम दर्ज हैं, जो वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर भी हैं। कोहली इस समय सचिन के बाद दूसरे सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं, लेकिन बात जब सबसे बड़े स्कोर की आती हैं तो यह नामुमकिन ही नजर आता हैं।
कोहली वनडे में तीसरे स्थान पर खेलते हैं, और ऐसी स्थिति में या तो उन्हें गेंद कम मिलती हैं या फिर ओपनर बल्लेबाज के जल्दी आउट होने के कारण उन्हें दबाव में खेलना पड़ता हैं। ऐसे में उनका इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना मुमकिन नहीं हैं। हालांकि कोहली के नाम वनडे में 183 रनों का उच्चतम स्कोर दर्ज हैं।
2. 15,921 टेस्ट रन
32 वर्षीय कोहली अब तक 86 टेस्ट मैचों में 7240 रन बना चुके हैं और अगर हम अंदाजा लगाए तो उन्हें इस रिकॉर्ड के लिए लगभग इतने ही मैच और खेलने होंगे और जाहिर तौर पर एक उम्र के बाद किसी भी खिलाड़ी के प्रदर्शन में गिरावट तय होती हैं। साथ ही भारतीय टीम इतने ज्यादा टेस्ट मैच भी नहीं खेलती हैं कि कोहली कम समय में इतने ज्यादा रन बना सके।
1. 200 टेस्ट मैच
अपने एक दशक लम्बे टेस्ट करियर में विराट कोहली अब तक 86 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और इस हिसाब से उन्हें अंदाजन एक दशक और क्रिकेट खेलना होगा ताकि वे इस रिकॉर्ड के नजदीक पहुंच पाए। साथ ही इस समय भारतीय टीम इतने ज्यादा मैच नहीं खेलती और भविष्य में भी छोटे प्रारूपों का क्रेज बढ़ेगा जिससे टेस्ट मैचों पर और भी अधिक प्रभाव पड़ेगा।