भारत में इस समय कोरोना वायरस के कारण 21 दिनों का लॉकडाउन जारी हैं और इसके समाप्त होने के बाद भी कई सारे प्रतिबन्ध जारी रहेंगे।
खतरनाक कोरोना वायरस ने इस समय पूरी दुनिया में अपनी दहशत फैलाई हुई हैं। दुनियाभर में इसके 7 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 33 हजार से अधिक लोग अपनी जान गवां चुके हैं। भारत में भी 30 मार्च तक इसके एक हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 29 लोगों की जान जा चुकी हैं।
नतीजन भारत में इस समय 21 दिनों का लॉकडाउन जारी हैं, जिसके कारण किसी भी प्रकार के बड़े कार्यक्रम को होने से रोक दिया गया हैं, जिसमे खेल कार्यक्रम भी शामिल हैं।
भारत में इसी दौरान 29 मार्च से आईपीएल की शुरुआत होने वाली थी, लेकिन बीसीसीआई ने स्थिति को गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इसे 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया। इससे पहले भारतीय सरकार ने विदेशी यात्राओं पर भी रोक लगा दी थी, जिसके कारण विदेशी खिलाड़ियों का इसमें खेल पाना मुश्किल हो गया था।
बीसीसीआई से जुड़े कुछ सूत्रों ने कुछ ही समय पहले बताया था कि आईपीएल का होना तभी मुमकिन हैं जब मई के पहले सप्ताह तक इसकी शुरुआत हो सके। ऐसी स्थिति में भी टूर्नामेंट को बहुत ही छोटा करना होगा, नहीं तो इसके बाद बीसीसीआई के पास ऐसा कोई समय मौजूद नहीं हैं, जिसमे वह आईपीएल का आयोजन करवा सके।
भारत में इस समय कोरोना से निपटने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं, बावजूद इसके स्थिति गंभीर होती नजर आ रही हैं। साथ ही अगर स्थिति अप्रैल के अंत तक काबू में आ भी जाती हैं, भारतीय सरकार इतनी जल्दी विदेशी खिलाड़ियों को भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देगी।
बीसीसीआई ने इस समय स्थिति पर अपनी कड़ी नजर बनाई हुई हैं और अगले कुछ समय पर वह इस कोई बड़ा फैसला भी ले सकते हैं। हालांकि अभी की स्थिति को देखते हुए तो आईपीएल का आयोजन मुमकिन नहीं लगता हैं।
बीसीसीआई के मुताबिक लॉकडाउन के बाद आईपीएल का आयोजन संभव नहीं होगा क्योंकि कई सारे प्रतिबंध तब भी जारी रहेंगे। ओलिंपिक गेम्स को एक वर्ष के लिए रद्द कर दिया गया हैं और उस हिसाब से आईपीएल एक बहुत छोटी इकाई हैं।