महेंद्र सिंह धोनी ने भी खो दिया था क्रिकेट के इन 5 मौकों पर अपना आपा

By Raj Kumar - 07 Apr, 2020

महेंद्र सिंह धोनी को दुनिया के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक माना जाता हैं, जिन्हें भारत के साथ ही विदेशों में भी लोग पसंद करते हैं। बल्की दबाव की परिस्थितियों में भी उनका एकदम शांत रहना और ऐसे निर्णय लेना, जिन्हें समझना किसी और के बस में नहीं होता, धोनी के प्रसिद्द होने का सबसे बड़ा कारण यही हैं।

महेंद्र सिंह धोनी को कैप्टन कूल के नाम से भी जाना जाता हैं, और यह सिर्फ इसी लिए क्योंकि वह मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी अपना आप नहीं खोते। हालांकि कुछ मौके आइये आये हैं, जब महेंद्र सिंह धोनी भी खुद को गुस्सा होने से नहीं रोक पाए और यहां हम आज ऐसे ही 5 मौकों की बात करेंगे जब धोनी अपना आप खो बैठे थे।

5. दीपक चाहर के लगातार नो-बॉल (आईपीएल 2019)

आईपीएल 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब के साथ एक मैच के दौरान, सीएसके के तेज गेंदबाज दीपक चाहर को धोनी के गुस्से का सामना करना पड़ा था जब उन्होंने मैच में लगातार दो कमर से ऊपर नो-बॉल डाली थी।

मैच में किंग्स इलेवन पंजाब को अंतिम दो ओवरों में 39 रनों की जरुरत थी। 19 वें ओवर में चाहर को गेंदबाजी मिली लेकिन उन्होंने शुरुआत में ही लगातार दो नो बॉल डाली जिसके कारण कोई भी लीगल गेंद हुए बिना ही किंग्स इलेवन पंजाब 8 रन स्कोर कर चुकी थी। इसके बाद धोनी खुद चाहर के पास आए और अपना गुस्सा जाहिर किया।

4. कुलदीप यादव का बात न मानना (एशिया कप 2018)

भारतीय स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कई बार खुलासा किया हैं कि उन्हें मिलने वाले विकेट का आधा श्रेय महेंद्र सिंह धोनी को जाता हैं क्योंकि वो विकेट के पीछे से उनकी काफी मदद करते हैं और उन्हें निर्देश देते रहते हैं।

यह घटना पिछले एशिया कप की हैं जब कुलदीप यादव ने महेंद्र सिंह धोनी की सलाह मानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद धोनी ने गुस्से में आकर "मैं पागल हूँ इधर? मैंने 300 वनडे खेले हैं," कहा था। हालांकि कुछ समय बाद कुलदीप को एक विकेट मिला और धोनी शांत हो गए।

3. मनीष पांडे (सेंचुरियन 2018)

2018 में साउथ अफ्रीका के साथ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के दूसरे मैच में, धोनी और मनीष पांडे ने शानदार साझेदारी करते हुए भारतीय टीम को 90/4 की स्थिति से उबरने में मदद की थी। हालांकि पारी के अंतिम ओवर में मनीष पांडे को भी धोनी के गुस्से का सामना करना पड़ा जब उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तमाल करते हुए मनीष पांडे को उनकी तरफ ध्यान देने के लिए कहा था।

ओवर की पहली गेंद पर मनीष पांडे ने सिंगल लिया था जिसके बाद स्ट्राइक पर धोनी थे। लेकिन इस दौरान मनीष पांडे का ध्यान उनकी तरफ नहीं था, जिसके कारण धोनी ने गुस्से में आकर उनकी तरफ देखने को कहा।

2. खलील अहमद का पिच के बीच दौड़ना (एडिलेड 2019)

2019 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान वनडे सीरीज में महेंद्र सिंह धोनी का प्रदर्शन शानदार रहा था, जिसकी बदौलत भारतीय टीम ने इस सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया था। धोनी ने सीरीज के सभी मैचों में अर्द्धशतकीय पारियां खेली थी और भारत को सीरीज जीतने में मदद की थी।

सीरीज के दूसरे वनडे के दौरान जब भारत को अंतिम दो ओवरों में 16 रनों की जरुरत थी, धोनी के पैरों में खिंचाव आया और वह वहीं लेट गए। इस समय धूप काफी तेज थी जिसके कारण युजवेंद्र चहल और खलील अहमद ड्रिंक्स लेकर मैदान पर पहुंचे लेकिन खलील अहमद पिच के बीच से ही दौड़ते हुए धोनी के पास पहुँच गए। धोनी ने खलील की इस गलती को देख लिया और उन्हें उसी समय फटकार लगा दी।

1. अंपायरों की निर्णय से नाखुश (आईपीएल 2019)

पिछले वर्ष आईपीएल के 25 वें मैच के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स राजस्थान रॉयल्स का सामना कर रही थी। धोनी की टीम इस मैच में 155 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी और मैच के अंत तक पहुचंते पहुंचते उन्हें अंतिम तीन गेंदों पर 8 रनों की जरुरत थी।

बेन स्टोक्स ने सेंटनर को एक फुल टॉस गेंद डाली जिसके बाद अंपायर उल्हास गांधे ने इसे नो-बॉल करार दिया, लेकिन इसके कुछ देर बाद ही अंपायर ने अपना निर्णय वापस ले लिया। स्ट्राइक पर मौजूद रवीन्द्र जडेजा की इस दौरान अंपायरों से बात हुई लेकिन उन्होंने अपना निर्णय फिर से बदलने से इनकार कर दिया। धोनी यह सब कुछ बाहर से देख रहे थे जिसके बाद वह गुस्से में मैदान पर अंपायरों के पास पहुँच गए।

स्टोक्स ने इस दौरान धोनी को शांत करने की कोशिश की लेकिन धोनी के गुस्से को देखते हुए वह भी दूर हो गए। हालांकि धोनी के इतने गुस्से के बाद भी यह निर्णय नहीं बदला गया लेकिन अंतिम गेंद पर सेंटनर के छक्के की बदौलत चेन्नई ने एक रोमांचक जीत दर्ज की।

By Raj Kumar - 07 Apr, 2020

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