हरभजन सिंह का मानना है कि अगर 13 साल में एक बार आईपीएल नहीं होता तो कोई दिक्कत नहीं है।
कोरोनावायरस के कारण इस समय विश्वभर में खेल गतिविधियां रुकी पड़ी है। ऐसे में टी-20 क्रिकेट में सबसे बड़ी लीग आईपीएल को भी पिछले १३ साल में पहली बार स्थगित किया गया है। अगर यह महामारी नहीं फैली होती तो आज आईपीएल का रोमांच अपने चरम पर होता। ऐसे में चेन्नई सुपरकिंग्स के स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि अगर 13 साल में एक बार आईपीएल नहीं होता तो कोई दिक्कत नहीं है। वहीं उन्होंने गेंदबाज़ो द्वारा लार और पसीने के इस्तेमाल पर बैन को लेकर भी सवाल खड़े किये।
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में आईपीएल 2020 के आयोजन पर बात करते हुए हरभजन ने कहा "कुछ महीनों तक किसी भी देश में यात्रा करने पर रोक रहेगी। मुझे नहीं लगता कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आगे आने वाले समय में यात्रा करेंगे। मुझे नहीं पता सरकार और बीसीसीआई आईपीएल पर आगे क्या फैसला लेगी, लेकिन इमानदारी से कहूं तो, अगर 13 साल में एक बार आईपीएल नहीं होता तो ठीक है। हम क्रिकेट को इतनी गंभीर स्थिति में नहीं करवा सकते। इंसान पहले हैं, क्रिकेट इंतजार कर सकता है।"
वहीं पसीना और लार के बैन पर बात करेत हुए हरभजन सिंह ने कहा "कोविड-19 एक गंभीर बीमारी है और यह यहां बनी रहेगी। अगर आगे आने वाले समय में क्रिकेट शुरू होता है तो लार और पसीना बैन हो सकता है। इससे गेंदबाजों को काफी मुश्किल होगी। इस स्थिति में पिच को गेंदबाजों के अनुकूल बनाना चाहिए ताकि उनको मदद मिल सकें। अगर अपनी गेंदबाजी में धार लाने के लिए वह लार का इस्तेमाल नहीं कर पाते है तो उन्हें पाटा विकेट तो नहीं मिलनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो गेंदबाज एक मशीन बनकर रहे जाएंगे और यह सिर्फ बल्लेबाजों का गेम बन जाएगा।"