भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ती है ये जगजाहिर है। भारत की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है, लेकिन अगर पहला मैच ही खराब जाए तो वह खिलाड़ी के लिए किसी बुरे सपने की तरह होता है। भारतीय टीम के सुरेश रैना के साथ उनके डेब्यू मैच में ऐसा ही कुछ हुआ था जिसे वह भूलना चाहेंगे।
आपको बता दें कि साल 2006 में श्रीलंका के खिलाफ 18 साल की उम्र में सुरेश रैना ने अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में पर्दापण किया था। राहुल द्रविड़ की कप्तानी वाली टीम में उनको खेलने का मौका मिला था। इसी मैच में एमएस धौनी ने ओपनिंग भी की थी। भारतीय टीम को शुरुआत झटके लगे तो सुरेश रैना को भी लगा था कि उनकी बारी आएगी और वे अपनी छाप छोड़कर विश्व क्रिकेट में प्रवेश कर पाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, क्योंकि वे शून्य पर आउट हो गए।
डेब्यू मैच के बारे में बात करते हुए सुरेश रैना ने खलीज टाइम्स के हवाले से कहा है, "मैं बहुत युवा था और मुरली सर(श्रीलंकाई दिग्गज गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन) उस समय दमदार फॉर्म में थे। जब उन्होंने मुझे आउट किया तो मैं कई रात सो नहीं पाया। मुझे ऐसा लगता था कि मैंने वो शॉट खेला क्यूं। आउट होने की वजह से मैं तीन रात सो नहीं पाया था।"