2014 में टेलीग्राफ को दिए अपने इंटरव्यू में इरफान खान ने खुलासा किया था कि शुरुआत में वह क्रिकेटर बनना चाहते थे और उन्हें बीसीसीआई ने सीके नायडू ट्रॉफी के लिए भी चुन लिया था।
भारतीय सिनेमा के सबसे दिग्गज अभिनेताओं में से एक इरफान खान का बुधवार 29 अप्रैल को निधन हो गया। इरफान लम्बे समय से एक दुर्लभ कैंसर से पीड़ित थे जिसका कोई इलाज नहीं था। इरफान ने पिछले वर्ष इंग्लैंड में लम्बे समय तक इसका इलाज भी करवाया परन्तु आज उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। इरफान खान ने आज भले ही दुनिया छोड़ दी हो लेकिन वे अपने फैंस के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।
हालांकि इरफान की जिंदगी से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं जिनके बारे में उनके फैंस को भी नहीं पता और उन्ही में से एक हैं बीसीसीआई द्वारा उनका क्रिकेट टीम में चयन। 2014 में टेलीग्राफ को दिए अपने इंटरव्यू में इरफान खान ने खुलासा किया था कि शुरुआत में वह क्रिकेटर बनना चाहते थे और उन्हें बीसीसीआई ने सीके नायडू ट्रॉफी के लिए भी चुन लिया था। हालांकि इस टूर्नामेंट के लिए उन्हें दूसरे शहर जाना था लेकिन इरफान के पास इसके लिए 600 रुपए नहीं थे, जिसके कारण उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा।
"मैंने क्रिकेट खेला है। मैं एक क्रिकेटर बनना चाहता था। मैं एक ऑलराउंडर था और जयपुर की टीम में मैं सबसे युवा था। मुझे लगता है कि सीके नायडू टूर्नामेंट के लिए मुझे चुना गया था और तब मुझे पैसे की जरूरत थी और पता नहीं था कि किससे पूछना है। उसी दिन मैंने फैसला किया मैं इसे जारी नहीं रख सकता," इरफान ने टेलीग्राफ से बात करते हुए कहा।
"मैं उस समय 600 रुपयों के लिए किसी से नहीं पूछ सकता था। मुझे नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) के लिए 300 रुपयों की जरूरत थी, जो कि मेरे लिए कठिन था। आखिरकार मेरी बहन ने मेरे लिए पैसे जुटाए। क्रिकेट को छोड़ना एक सचेत निर्णय था। पूरे देश से सिर्फ 11 खिलाड़ी टीम में खेलते हैं, लेकिन एक्टर्स में कोई लिमिट नहीं है। यहां तक कि एक्टर्स की कोई उम्र नहीं होती। जितनी मेहनत करोगी, उतने आगे बढ़ोगे। आप स्वयं में एक हथियार होते हैं," उन्होंने आगे कहा।