फेडरेशन यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न की महामारी विज्ञान विशेषज्ञ रिचर्ड ब्रैडबूरी ने इस मुद्दे पर बात करते हुए बताया था कि गेंद पर थूक लगाना एक बड़ा जोखिम होगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस के विषाणु थूक मैं 24 घंटे तक मौजूद रह सकते हैं, ऐसे में क्रिकेट मैचों में ऐसा करने पर रोक लग सकती हैं। क्रिकेट में अक्सर खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए उस पर थूक लगाते हैं। हालांकि इस समय कोरोना वायरस के चलते सभी तरह के क्रिकेट मैचों को रोक दिया गया हैं। लेकिन जानकारों ने खेल की शुरुआत होने के बाद खिलाड़ियों को ऐसा करने से चेताया हैं।
फेडरेशन यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न की महामारी विज्ञान विशेषज्ञ रिचर्ड ब्रैडबूरी ने इस मुद्दे पर बात करते हुए बताया था कि गेंद पर थूक लगाना एक बड़ा जोखिम होगा। कोरोना के विषाणु सामान्य सतह पर काफी देर तक जीवित रह सकते हैं, जिससे इसके संक्रमण का खतरा बढ़ सकता हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने भी साउथ अफ्रीका के साथ घरेलु वनडे सीरीज के दौरान इस मुद्दे पर बयान दिया था। भुवनेश्वर कुमार ने बताया था कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए गेंद पर थूक नहीं लगाएंगे।