दीप दासगुप्ता ने बताया कि जब बात योगदान की आती हैं तो यह इस बारे में नहीं हैं कि आपने कितना किया, बल्कि हर छोटे से छोटा और कई रास्ते हैं जिससे आप COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद कर सकते हैं।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता का मानना हैं कि जब भारत लॉकडाउन में कोरोना वायरस का सामना कर रहा हैं, लोगों को नकारात्मकता से दूर रहना चाहिए।
इंडिया टुडे से बात करते हुए दीप दासगुप्ता ने बताया कि जब बात योगदान की आती हैं तो यह इस बारे में नहीं हैं कि आपने कितना किया, बल्कि हर छोटे से छोटा और कई रास्ते हैं जिससे आप COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद कर सकते हैं।
कोरोना वायरस के प्रभाव भारत में भी तेजी से बढ़ता जा रहा हैं। 8 अप्रैल तक भारत में 5 हजार से भी अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और 150 लोगों की जान जा चुकी हैं।
"हर छोटा से छोटा काम भी एक योगदान हैं। आप इस समय में घर बैठकर काम कर रहे हैं, यह भी एक योगदान हैं। मैं अपने घर में काम करने वालों को पैसे की मदद दे रहा हूं जब वह काम नहीं कर पा रहे हैं, यह भी एक योगदान हैं," इंडिया टुडे से बात करते हुए दीप दासगुप्ता ने कहा।
"लोगों के पास कहने को बहुत कुछ हैं। विशेष तौर पर लॉकडाउन के बीच, उनके पास इस फ्री टाइम में करने को बहुत कुछ हैं। जब बात ट्रोल करने की आती हैं, यह स्थिति किसी के साथ भी हो सकती हैं। लॉकडाउन का यह समय मुश्किल हैं। ट्रोलर्स बहुत कुछ कहते रहेंगे लेकिन महत्वपूर्ण यह हैं कि आप उन्हें गंभीरता से न लें," दीप दासगुप्ता ने कहा।
दीप दासगुप्ता इस समय सोशल मीडिया से दूर रहने की कोशिश कर रहे हैं, और उन्होंने इसे लॉकडाउन के बीच लिया गया सबसे अच्छा निर्णय बताया हैं। खेल गतिवधियों के बड़े प्रशंसक रहे दीप दासगुप्ता का कहना हैं कि इस किसी भी कार्यक्रम के बिना रहना मुश्किल हैं लेकिन इस मुश्किल स्थिति को पार करने के लिए सभी के योगदान की जरुरत हैं।