विराट कोहली ने पहली बार 2014 में महेंद्र सिंह धोनी के बाद भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी
भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री चीजों को समझने के लिए कप्तान विराट कोहली को जगह देना पसंद करते हैं। कोहली ने 2014 में अचानक एमएस धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी। इसके बाद जनवरी 2016 में वह वनडे और टी-20 के भी कप्तान बना दिए गए, जिसके बाद उन्होंने भारतीय क्रिकेट को एक अलग ऊँचाइयों तक पहुंचाया।
शास्त्री ने बताया कि उसका काम खिलाड़ियों को प्रेरित करना और मैदान पर लगातार एक अच्छा प्रदर्शन करते रहना हैं। 57 वर्षीय शास्त्री का मानना हैं कि कोहली बॉस हैं जो आगे आकर नेतृत्व करते हैं। शास्त्री ने बताया कि कोहली उस समय शीर्ष पर होते हैं जब खेल के मैदान पर लय बरकरार करने के बात आती हैं।
"कप्तान ही बॉस हैं, मेरा हमेशा से यही मानना हैं। मेरे खयाल कोचिंग स्टाफ का काम सिर्फ इतना हैं कि वह खिलाड़ियों को इस तरह से तैयार करे कि वह मैदान पर जाकर हर संभव परिस्थिति में अच्छा प्रदर्शन कर सके और निडर क्रिकेट खेल सके," शास्त्री ने स्काई स्पोर्ट्स पॉडकास्ट पर बात करते हुए कहा।
"कप्तान आगे आकर नेतृत्व करता हैं। हां, हम दबाव संभालने के लिए यहां मौजूद हैं लेकिन आपको उसे अपना काम करने के लिए अकेला छोड़ना ही होगा। कप्तान लय शुरू करता हैं और मैदान में वह ही खेल को नियंत्रित करता हैं," उन्होंने आगे कहा।
अपने करियर के पहले कुछ वर्षों में, दिल्ली में जन्मे विराट कभी-कभी लापरवाह नजर आते थे। हालांकि, जैसे-जैसे उनका करियर आगे बढ़ा, वे और अधिक अनुशासित होते गए। फिटनेस और लुक उनकी शीर्ष प्राथमिकताएं बन गए हैं और उसी पर ध्यान केंद्रित करने से उन्हें सबसे ज्यादा लाभ हो रहा है।
"जब आप फिटनेस की बात करते हैं, लीडरशिप ऊपर से आती हैं और यही विराट हैं। वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो इनके साथ लंबे समय तक खिलवाड़ करे," शास्त्री ने कहा।
विराट कोहली इस समय भारत के सफल कप्तानो में से एक हैं, जिन्होंने सभी प्रारूपों में बेहतर प्रदर्शन किया हैं। साथ ही वह इस दौरान लगातार रन बना रहे हैं और कई बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम कर रहे हैं।