अब तक COVID-19 की बीमारी से विश्वभर में लगभग 5 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और वायरस से प्रभावित लगभग 22,000 लोग अपनी जान गवा चुके हैं।
विश्वकप विजेता पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव का मानना हैं कि हम कोरोन वायरस से बहुत कुछ सीख सकते हैं, जो अब एक वैश्विक खतरा बन गया हैं। कपिल देव ने बताया कि वह हमेशा सकारात्मक सोचते हैं और उन्हें यकीन हैं कि पूरा विश्व एक साथ होकर कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग को जीतेगा।
इस बात पर जोर देते हुए कि सभी को सरकार के निर्देशों का पालन करना हैं और बड़ों का खयाल रखना हैं, कपिल ने कहा कि सभी को याद रखना चाहिए कि भारत की ताकत उसकी संस्कृति में हैं।
अब तक COVID-19 की बीमारी से विश्वभर में लगभग 5 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और वायरस से प्रभावित लगभग 22,000 लोग अपनी जान गवा चुके हैं। भारत में भी इसके अब तक 690 मामले सामने आ चुके हैं और यहाँ 21 दिन का लॉकडाउन घोषित कर दिया गया हैं।
"लोगों को अब स्वच्छता का पाठ याद होगा। वे अपने हाथों को धोना और सार्वजनिक रूप से थूकना और पेशाब करना छोड़ेंगे। हमें अपने आस-पास की जगह को साफ़ रखना होगा," कपिल ने द हिंदू से बात करते हुए कहा।
"काश हम ये सब पहले सीख गए होते, लेकिन उम्मीद हैं कि ये पीढ़ी वो गलतियां नहीं करेगी। मैं भाग्यशाली था कि मेरे सीनियर्स से मुझे यह सब सीखने को मिला और मैं उनका आभारी हूं। मैंने पढ़ा और सुना है कि कैसे मानव जाति ने संकटों से जूझते हुए लड़ाई लड़ी है और मिसाल कायम की है। भारत की ताकत हमारी संस्कृति में निहित है - एक-दूसरे की देखभाल करना और बड़ों की देखभाल करना। हमें सीनियर्स की मदद के लिए देखना होगा," कपिल ने कहा।
"मुझे यकीन हैं कि हम साथ रहकर इस लड़ाई को जीतेंगे और घरों में रहकर हमारी सरकार और डॉक्टरों की मदद करेंगे," कपिल ने कहा।