संजय मांजरेकर के काम से असंतुष्ट बीसीसीआई ने कुछ समय पहले ही उन्हें अपने कमेंटरी पैनल से बाहर कर दिया था।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर, जिन्हें हाल ही में बीसीसीआई ने अपने कमेंटरी पैनल से बाहर कर दिया था, को उनके मुंबई के पुराने साथी चंद्रकांत पंडित ने अपना समर्थन दिया हैं।
"मैं उसे बचपन से जानता हूं। वह कोई ऐसा नहीं हैं जो दूसरों को नुकसान पहुंचाए। वह एक सीधा-साधा इंसान हैं, जो मैं उसके बारे में हमेशा पसंद करता हूं। एक इंसान जो आपके मुंह पर सच कहे, किसी को पसंद नहीं आता। कमेंटेटर के तौर पर भी उसने कुछ ऐसी चीजें कहीं हैं, जिसे सभी ने पसंद नहीं किया। वह सिर्फ अपनी नौकरी बचने के लिए लोगों को सुख देने वाली बातें नहीं बोल सकता," पूर्व भारतीय क्रिकेटर और घरेलु क्रिकेट के सबसे सफल कोचों में से के चंद्रकांत पंडित ने बुधवार को टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए कहा।
"संजय किसी के खिलाफ नहीं हैं। मैं किसी को उसे हटाने के लिए दोषी नहीं ठहरा रहा हूं, लेकिन मैं बोर्ड से निवेदन करता हूं कि वह इस निर्णय पर एक बार फिर से सोचे। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि सभी कमेंटेटर अपनी राय देते हैं जो सिर्फ युवा खिलाड़ियों के लिए ही नही बल्कि हमारे लिए भी फायदेमंद हैं," पंडित ने कहा।
58 वर्षीय पंडित, जो विदर्भ और मुंबई को रणजी व इरानी ट्रॉफी जीता चुके हैं, को लगता हैं कि बीसीसीआई को मांजरेकर को अपना अंदाज बदलने के लिए कहना चाहिए था ताकि वह आलोचनाओं से बाख सके। "उनकी बोली कई बार कड़ी लगती हैं, लेकिन बीसीसीआई उन्हें अपना अंदाज बदलने के लिए कह सकती थी, लेकिन उन्हें इस काम से बाहर मत निकालिए," पंडित ने कहा।
मांजरेकर का बचाव करते हुए पंडित ने कहा, "वह ऐसे कमेंटेटर हैं जो अपने ज्ञान को युवा खिलाड़ियों तक पहुँचाने में विश्वास रखते हैं। उन्हें ऐसे बाहर कर देना अन्य कमेंटेटरों के लिए अच्छा संदेश नहीं होगा। अगर कोई बल्लेबाज मैच में खराब शॉट खेलता हैं तो उसे यह लाइव कहना होगा, इसे गलत क्या हैं?" पंडित ने कहा।