अनिल कुंबले से फ्लिपर गेंद डालने की कला सीखना चाहते हैं अंडर-19 विश्वकप स्टार रवि बिश्नोई

रवि बिश्नोई ने अंडर-19 विश्वकप के 6 मैचों में 17 विकेट हासिल किये थे और टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज थे।

By Raj Kumar - 19 Feb, 2020

"स्टंप पर गेंदबाजी करता हूँ, बल्लेबाज खुद ही विकेट दे देता हैं," अंडर-19 विश्वकप के स्टार भारतीय लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने हाल ही में टाइम्स ऑफ़ इंडिया के साथ एक विशेष इंटरव्यू में कहा। 6 मैचों में 17 विकेट लेने वाले बिश्नोई इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे और इस दौरान उनकी इकॉनमी सिर्फ 3.48 थी।

"यह हर क्रिकेटर का सपना होता हैं कि वह अपने देश का प्रतिनिधित्व विश्वकप में करे। मुझे ख़ुशी हैं कि मैं अब उस लीग में हूँ। यह यात्रा शानदार थी और मैंने इस टूर्नामेंट से बहुत कुछ सीखा हैं। आपको विश्व के कई कोनो से आए खिलाड़ियों से मिलने का मौका मिलता और आप अपना अनुभव उनके साथ साझा करते हैं। मैंने इसका बहुत लुत्फ उठाया। मैं हमेशा अपनी टीम के लिए एक मैच विनर साबित होना चाहता था," बिश्नोई ने कहा।

बल्लेबाज को चकमा देने की काबिलियत के साथ, राजस्थान के बिश्नोई टूर्नामेंट में दो बार प्लेयर ऑफ द मैच अवार्ड हासिल करने में भी कामयाब रहे। बिश्नोई ने टूर्नामेंट में तीन बार चार विकेट हासिल किये, जिसमे फाइनल में 4/30 के आंकड़े भी शामिल हैं।

फाइनल में जब भारतीय टीम 177 रनों के छोटे लक्ष्य की रक्षा कर रही थी, तो बिश्नोई ने इस मैच में 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 30 रन देकर 4 विकेट हासिल किये थे।

"जब मैंने बांग्लादेश के कुछ विकेट लिए, हमें विश्वास हो गया था कि हम ने गेम में वापसी कर ली हैं। लेकिन अब उसके बारे में अधिक नहीं सोचना चाहता हूँ। सिर्फ मैं ही नहीं, ड्रेसिंग रूम में सभी उदास थे। हमने ट्रॉफी को गवा दिया था। लेकिन यह हमारे लिए अंत नहीं था। हम सभी को एक लम्बा रास्ता तय करना हैं," बिश्नोई ने कहा।

बिश्नोई ने अपनी शुरुआत एक मीडियम पेसर के तौर पर की थी, लेकिन उनकी कलाई और बल्लेबाज के दिमाग को पढ़ने की क्षमता की वजह से वह स्पिन पर आ गए।

"मैंने अपने करियर की शुरुआत मीडियम पेसर के तौर पर की थी। मैं स्पिन पर आया क्योंकि मैं गेंद को आसानी से घुमा पाता था। लेकिन मध्यम गति ने भी मेरी करियर में काफी मदद की हैं। थोड़ी गति के साथ स्पिन हमेशा विकेट हासिल करने में बड़ी भूमिका निभाती हैं," उन्होंने आगे कहा।

बिश्नोई ने बताया कि वह स्पिन दिग्गज अनिल कुंबले और शेन वार्न के वीडियो देखकर उनसे प्रेरणा लेते हैं और गेंदबाजी के स्टाइल को अपनाने की कोशिश करते हैं। "जब भी मैं एक ओवर की शुरुआत करता हूँ, मैं हर गेंद को स्टंप पर डालना चाहता हूँ। क्योंकि यह बल्लेबाज को गेंद नहीं छोड़ने देता। गेंद खुद ही बल्लेबाज को शॉट खेलने पर मजबूर करती हैं। जब वह शॉट खेलता हैं तो कुछ गलतियाँ करता हैं और अपना विकेट दे बैठता हैं।"

"मैंने हमेशा शेन वार्न और अनिल कुंबले सर को बहुत माना हैं। मैं कुंबले सर की गेंदबाजी के वीडियो देखता था। वह एक गॉड गिफ्टेड गेंदबाज हैं और एक शानदार स्पिनर। अगर आप उनकी गेंदबाजी को देखेंगे तो पायेंगे की वह हमेशा स्टंप्स पर गेंद डालते हैं। उनकी गेंदबाजी का सबसे अच्छा हिस्सा गति के साथ स्पिन हैं," बिश्नोई ने कहा।

बिश्नोई को इस बार के आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब ने 2 करोड़ रुपए में ख़रीदा हैं और अनिल कुंबले भी इस सीजन इसी फ्रैंचाइज़ी से जुड़े हुए हैं।

"मैं उन्हें मिलने के लिए बहुत उत्साहित हूँ। मेरे पास उनके लिए सवालों की एक सुची हैं। मैं उनसे अधिक से अधिक सीखने के बारे में सोच रहा हूँ। वह सीख मुझे अपने करियर के दौरान बहुत मददगार साबित होगी। एक चीज जो में उनके सीखने के लिए सबसे ज्यादा बेताब हूँ, वह फ्लिपर गेंद डालने की कला हैं। यह मेरी सुची में टॉप पर हैं। विश्वकप के बाद अब मेरा ध्यान आईपीएल में अच्छा करने पर हैं," बिश्नोई ने कहा।

By Raj Kumar - 19 Feb, 2020

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