राहुल द्रविड़ के अनुसार खेलों में शारीरिक स्वास्थ्य के बाद अब मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरुरत

राहुल द्रविड़ के अनुसार खेल में शारीरिक फिटनेस का जितना ही महत्वपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य भी हैं।

By Raj Kumar - 25 Jan, 2020

राहुल द्रविड़, जो भारत के पूर्व कप्तान और राष्ट्रिय क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट संचालन निदेशक हैं, ने बुधवार को मानसिक कल्याण पर सक्रिय चर्चा करते हुए इसे खेलों में शारीरिक फिटनेस जितना ही जरुरी बताया। उन्होंने कहा कि यह एथलीटों और खिलाड़ियों के समग्र विकास में मदद करेगा।

बेंगलुरु में मणिपाल हॉस्पिटल्स द्वारा आयोजित "कार्य पर कल्याण" शिखर सम्मेलन में बुधवार को बात करते हुए द्रविड़ ने कहा कि भारतीय खेल परिदृश्य में अब महत्वपूर्ण बदलाव देखा जा सकता है क्योंकि खिलाड़ी और टीम दोनों तनाव और अन्य मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में बात करते हैं और अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी हैं। "हमें खेलों से और अधिक डेटा प्राप्त करने और समस्याओं का पता लगाने की जरुरत हैं। यह हमें प्रदर्शन का स्तर अच्छा करने में मदद करेगा," द्रविड़ ने कहा।

"आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य खेल का महत्वपूर्ण मुद्दा हैं, विशेष तौर पर हम जैसे लोगों के लिए जो युवा खिलाड़ियों को कोचिंग देने का काम करते हैं। खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य को कैसे बेहतर किया जाए, इस पर चर्चाएं चलती रहती हैं," पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा। द्रविड़ ने स्वीकार किया कि पहले के समय में मानसिक स्वास्थ्य पर बात करना, खिलाड़ियों की कमजोरी मानी जाती थी, लेकिन आज खिलाड़ी इसके बारे में खुलकर बात करते हैं।

"पहले के समय में क्रिकेट सिर्फ कौशल के बारे में था, और शारीरिक फिटनेस को यहाँ इतना महत्त्व नहीं दिया जाता था। अब जब हम फिटनेस में इतने आगे आ गए है तो इसका अगला स्तर मानसिक कल्याण होना चाहिए," द्रविड़ ने कहा।

By Raj Kumar - 25 Jan, 2020

TAGS


RELATED ARTICLE