IND v AUS 2020 : केएल राहुल को लगातार विकेटकीपर बने नहीं देखना चाहते आकाश चोपड़ा

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऋषभ पंत के चोटिल होने के बाद केएल राहुल को दूसरे वनडे में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी गयी थी।

By Raj Kumar - 18 Jan, 2020

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में केएल राहुल के बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग, दोनों में महत्वपूर्ण योगदान ने एक नए विचार को जन्म दिया दिया हैं। क्या वह लम्बे समय तक विकेटकीपर की भूमिका निभा सकते हैं, ताकि टीम का संतुलन बना रहे? राहुल फिलहाल चोटिल ऋषभ पंत की जिम्मेदारी टीम में संभल रहे हैं लेकिन राहुल द्रविड़ के साथ उनकी तुलनाएं अभी से शुरू हो गयी है, जिन्होंने भारत के लिए मध्यक्रम में बल्लेबाजी के साथ ही 70 से अधिक वनडे मैचों में विकेटकीपर की भूमिका निभाई थी।

राजकोट में खेले गए दूसरे वनडे को भारतीय टीम ने 36 रनों से जीत लिया, जहाँ केएल राहुल ने 52 गेंदों में 80 रनों की पारी खेलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा विकेटकीपर के तौर पर भी उन्होंने आरोन फिंच को स्टंप किया और दो कैच भी लिए।

पूर्व भारतीय ओपनर और वर्तमान कमेंटेटर आकाश चोपड़ा को लगता है कि केएल राहुल द्रविड़ से बेहतर विकेटकीपर है लेकिन फिर भी उन्हें ये दोहरी भूमिका नहीं दी जानी चाहिए। "वह द्रविड़ से बेहतर हैं लेकिन मैं नहीं चाहता कि वे निरंतर तौर पर ऐसा करें। कीपिंग का एक कर्ज चुकाना पड़ता हैं। वह 50 ओवर तक विकेटकीपिंग करने के बाद शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी नहीं कर सकते," पीटीआई से बात करते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा।

"अगर कोई (बल्ले के साथ) इतना अच्छा है और वह कोई अन्य काम भी कर सकता हैं, इसका मतलब ये नहीं की आप उससे ऐसा करवाए। राहुल एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर मूल्यवान प्रतिभा हैं। इस तरह से, आप उनका कार्यभार कम करने की जगह उसे बढ़ा रहे हैं।"

"एक बार टीम के संतुलन के लिए यह ठीक हैं लेकिन लम्बे समय के लिए आपको उन्हें 10000 रन स्कोर करने की भी स्वतंत्रता देनी होगी जो नहीं होगा अगर उन्हें विकेटकीपर बनने के लिए कहा जाएगा," चोपड़ा ने आगे कहा।

By Raj Kumar - 18 Jan, 2020

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