हालांकि, स्कूल में गणित में फेल होने पर अभी भी विराट शर्मिंदा महसूस करते है। हाल ही में एक वेब शो में शामिल हुए कोहली ने खुलासा किया की उन्होंने इस विषय में एक बार 3/100 अंक हासिल किये थे। उन्होंने ये कहते हुए खुद का ही मजाक भी उड़ाया की वो गणित में अच्छे थे और उन्होंने ये भी कहा की पता नहीं क्यों कोई गणित सीखना चाहेगा।
"तो गणित में, हमें परीक्षाएं देनी पड़ती थी जो 100 अंको की होती थी, सही। में इतना अच्छा थी की उनमे से 3 अंक लाया था। मुझे समझ नहीं आता की कोई क्यों गणित को सीखना चाहेगा।" कोहली ने वेब-शो के दौरान कहा|
विराट कोहली ने कहा कि वह विषय के पीछे की जटिलताओं को कभी नहीं समझ सकते थे। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्होंने जीवन में कभी भी उन गणित के सूत्रों का उपयोग नहीं किया। कोहली ने बताया की वह सिर्फ 10वीं की परीक्षा देना चाहते थे। उन्होंने मजाक करते हुए ये भी कहा की उन्होंने इतनी मेहनत क्रिकेट में भी नहीं की जितनी उस परीक्षा में पास होने के लिए की थी।
"में इसके पीछे की जटिलताओं को नहीं समझ सकता था। मैंने कभी उन सूत्रों को अपने जीवन में काम नहीं लिया। में बस अपनी दसवीं की परीक्षा देना चाहता था। क्योकि इसके बाद आपको मौका मिलता है ये चुनने का की आपको आगे गणित के साथ जाना है या नहीं। में आपको बता रहा हूँ, मैंने इतना कठिन परिश्रम क्रिकेट में भी नहीं किया जितना उस परीक्षा को पास करने के लिए किया है।" कोहली ने कहा|