"टीम को उनकी ज्यादा जरुरत है न की उनको टीम की।" पांडे ने द इंडियन एक्स्प्रेस से बात करते हुए बताया|
जबसे भारत वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में हारा है, धोनी के ऊपर बिना मतलब का अत्यधिक दबाव डाला जा रहा है क्रिकेट से अपने कदम वापस हटाने के लिए|
"यहाँ ऐसा कोई प्लान नहीं है, किसी ने इसके बारे में सोचा तक नहीं है। ये एक फिजूल चर्चा है। ऐसा लगता है की कुछ लोग वर्ल्ड कप समाप्त होने का इन्तजार कर रहे थे ताकि वो धोनी के बारे में बाते कर सके।"
"यहाँ उनके स्वास्थ्य की कोई परेशानी नहीं है और न ही उनके प्रदर्शन की। क्या वो खेलना जारी रखेंगे या नहीं, ये बड़ी समस्या है।"
"ये शर्मनाक है की लोग इस तरह की बाते करते है। जिद दिन उसको लगेगा की वो अपना शत प्रतिशत नहीं दे पा रहा है, वो आगे बढ़ जाएगा। यहाँ ऐसा कोई प्लान नहीं है। जब उसे टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलन था तो 2014 में उसने संन्यास ले लिया। वो उनमे से नहीं है जो अपने करियर को जबरदस्ती आगे बढाए।"