एहसान मनी भारत से द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बहाल करने में आईसीसी की मदद चाहते हैं

By Pooja Soni - 09 Nov, 2018

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के मुख्य एहसान मनी ने कहा है कि भारत के साथ उनके देश के द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बहाल करने में आईसीसी को मदद करनी चाहिए, क्योंकि यह उसकी जिम्मेदारी है|

मनी ने अखबार 'Dawn' से बात करते हुए कहा हैं कि, "मैं इस बारे में पहले ही आईसीसी में अनौपचारिक स्तर पर बात कर चुका हूँ| अब मैं पीसीबी में हूँ और इसे अधिक प्रभावी ढंग से बनाये रखूंगा, जिससे कि आईसीसी सभी देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज को सुनिश्चित कर सके|"

उन्होंने कहा हैं कि, "भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं होता है, तो फिर वे आईसीसी टूर्नामेंट में हमारे साथ क्यो खेलते हैं|" भारत और पाकिस्तान ने साल 2007 के बाद से पूरी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है| पकिस्तान साल 2012-13 में भारत दौरे पर आया था, लेकिन उस समय वे कुछ ही मैच खेल पाए थे| भारत ने साल 2008 में हुए मुंबई आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान से द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज खेलन से मना कर दिया था|

इसके अतिरिक्त पीसीबी ने बीसीसीआई से 7 करोड़ डालर के मुआवजे की मांग भी की है, जिस पर आईसीसी की विवाद निपटान समिति ने अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया है| पीसीबी का कहना हैं कि बीसीसीआई ने सहमति पत्र का सम्मान नहीं किया है| बीसीसीआई का कहना है कि कानूनी तौर पर वह इसे मानने के लिए बाध्य नहीं है|

मनी ने कहा हैं कि, "दुर्भाग्य की बात है और आईसीसी के इतिहास में यह कभी नहीं हुआ कि दो क्रिकेट बोर्ड एक दूसरे के खिलाफ हो| मैं आईसीसी प्रमुख होता तो बातचीत के द्वारा यह मामला सुलझाने की कोशिश करता|"

उन्होंने यह भी कहा हैं कि, "आईसीसी की समिति यदि मुआवजे का दावा खारिज कर देती है तो वह बीसीसीआई से बात करने की कोशिश जारी रखेगा| हम भारत से द्विपक्षीय सीरीज खेलने के लिए तैयार हैं|"

मनी ने आगे कहा हैं कि, "मेरा इरादा क्रिकेट के लिए भीख मांगने का नहीं है, बल्कि बराबरी के दर्जे से बात करने का है| हमें एक-दूसरे के साथ कदम से कदम मिलाना होगा और हम खेलने के लिए तैयार हैं|"

By Pooja Soni - 09 Nov, 2018

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