भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा, जिन्हे सीमिंग स्थितियों में तेजी लाने के लिए इंग्लैंड बुलाया गया था, को एडबस्टन में पहले टेस्ट में शामिल नहीं किया गया था और उन्हें बेंच पर बैठने पर मज़बूर होना पड़ा |
सौराष्ट्र के कोच सीतांशु कोटक का मानना है कि ये सब एक तरफ़ा फैसला हो सकता हैं | स्पोर्टस्टार से बात करते हुए उन्होंने बताया हैं कि, "हो सकता हैं कि टीम प्रबंधन ने ये फैसला उनके उसके फॉर्म को ध्यान में रखते हुए लिया होगा | मुझे नहीं लगता कि उसे अपने खेल को सुदृढ़ करने की जरूरत है, इस टेस्ट मैच में नहीं लिए जाने का ये मतलब नहीं हैं कि वे खराब खिलाड़ी हैं |"
उन्होंने कहा कि, "वह एक मजबूत इंसान है और यदि उसे मौका मिलता है, तो वह प्रदर्शन करेगा |" साथ ही अतीत में उसे धीमी बल्लेबाज़ी के लिए भी काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा हैं | कोटक का मानना है कि वह उस टैग को एक झटके में अलग का सकता हैं |
कोटक ने कहा कि, "मुझे नहीं लगता कि उसे अपने दृष्टिकोण में बदलाव करना होगा | अगर टीम को उसके जल्दी रन बनाने की आवश्यकता होती है, तो वह ऐसा करने में सक्षम है | वह जल्दी रन बना सकता है | लेकिन अगर ऐसी परिस्थितियों से निपटने की बात आती है जहां उन्हें रहने की जरूरत है, तो वह जरूर करेंगे |"