राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा भारतीय यू -19 टीम के लिए नज़रअंदाज़ किए जाने के बाद निराश पटियाला के प्रभसिमरन सिंह ने पंजाब यू -23 इंटर-जिला क्रिकेट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अमृतसर के खिलाफ 298 रन बनाकर अपनी निराशा को व्यक्त किया |
उन्होंने ये रन सिर्फ 301 गेंदों में बनाये और जिसमे 194 रन उन्होंने बॉउंडरीस पर बनाये थे | पंजाब की यू -19 टीम के कप्तान प्रभासिमरन ने अपनी इस पारी के दौरान 29 चौके और 13 छक्के भी लगाए | प्रभसिमरन अपने तिहरे शतक से सिर्फ दो रन ही पीछे थे |
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग को अपना आइडल मानने वाले 18 वर्षीय बल्लेबाज़ ने कहा हैं कि, "मैं अभी भी निराश हूँ, कि श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय यू -19 टीम में मेरा चयन नहीं किया गया | लेकिन मैंने अपने बल्ले से इसका जवाब दिया हैं | आगे बढ़ने का यही एकमात्र तरीका है |"
उन्होंने कहा कि, "मैं एक बुलावे की उम्मीद कर रहा था, क्योंकि मैंने पंजाब के लिए कूच बिहार ट्रॉफी में 549 रन बनाये थे |" भारतीय यू -19 टीम में चयन नहीं होने के बाद, प्रभुसिमर अब भविष्य में भारतीय वरिष्ठ टीम का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूँ |
18 वर्षीय बल्लेबाज़ ने कहा हैं कि, "मैंने अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित किया है, कि मैं न केवल भारत के लिए खेलूँगा, जो कि मेरा स्पष्ट रूप से मुख्य लक्ष्य है, लेकिन साथ ही मेरे पास एक लंबा अंतरराष्ट्रीय करियर भी होगा |"
पंजाब यू -23 टूर्नामेंट में अपनी शानदार पारी के बारे में बात करते हुए प्रभासिमरन ने कहा हैं कि, "मैं संतुष्ट नहीं था, क्योंकि मैं केवल दो रनों से अपना तिहरा शतक बनाने से चूक गया | मैंने लगभग 10 घंटे तक बल्लेबाजी की और फिर मैंने एक महान शॉट मारा और फिर आउट हो गया | आउट होने के बाद काफी दुःख हुआ था |"
प्रभासिमरन न सिर्फ एक शानदार बल्लेबाज़ हैं, बल्कि एक अच्छे विकेट-कीपर भी हैं | पटियाला के प्रभसिमरन ने बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में किरण मोरे के नेतृत्व में विकेट-कीपिंग शिविर में हिस्सा भी ले रहे हैं | देश भर से पांच यू -19 विकेट-कीपर इस शिविर के लिए चुने गए हैं |
उत्साहित प्रभासिमर ने कहा हैं कि, "मैं शिविर में किरण मोरे सर के साथ काम कर रहा हूँ | यह मेरे लिए सीखने का एक महान अवसर है और मैं शिविर से अधिकतम लाभ प्राप्त करने की कोशिश कर रहा हूँ |"
टीवी पर ऑस्ट्रेलियाई महान एडम गिलक्रिस्ट को देखने के बाद ही प्रभासिमरन ने विकेट-कीपिंग करने का फैसला किया था | उन्होंने आगे कहा कि, "मुझे उनकी (गिलक्रिस्ट) विकेट कीपिंग स्किल देखकर आश्चर्य होता था | 50 ओवरों में कीपिंग करने के बाद, वह सीमित ओवरों के क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी खुलकर खेलते थे | एडम गिलक्रिस्ट के कारण ही, मुझे विकेट-कीपिंग करना पसंद हैं |"