ऋषभ पंत और संजू सैमसन आईपीएल के इस सीजन विकेट के पीछे ग्लव्स के साथ और बल्ले के साथ भी काफी प्रभावशाली रहे हैं |
पूर्व भारतीय विकेटकीपर सैयद किरमानी दोनों के ही प्रशंसक हैं और उनका मानना है कि अगर वे ठीक से तरह से तैयार होते हैं, तो वे लंबे समय तक क्रिकेट खेल सकते हैं | 68 वर्षीय ने कहा हैं कि, "युवा विकेट-कीपर संजू और ऋषभ जैसे अन्य लोगों, जिन्हें यू-19 टीमों में शामिल किया जा रहा है, को वास्तव में अच्छा बनने के लिए उनके मापदंड प्रक्रिया में हैं |"
"ये दोनों बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन उनके पास सुधार करने के लिए बहुत कुछ है जो केवल अनुभव के साथ ही सीखा ज सकता हैं | उन्हें गुणवत्ता वाले स्पिनरों को अलग-अलग परिस्थितियों और पिचों में और अधिक अनुभव हासिल करना चाहिए |"
किरमानी ने कहा हैं कि, "घरेलू टूर्नामेंट में संजू और ऋषभ को तैयार किया जाना चाहिए | लेकिन इसे लंबे समय तक जारी रखना होगा | आप सिर्फ एक सीजन के प्रदर्शन पर विचार नहीं कर सकते हैं | तब केवल आप ही जान पाएंगे कि वे कहां खड़े हैं | आईपीएल में खेले जाने वाले असाधारण स्ट्रोक्स की तरह, मुझे नहीं लगता कि वह टेस्ट, चार दिवसीय या 50 ओवरों के मैचों में भी खेलेंगे |"
"ग्रूमिंग बहुत महत्वपूर्ण है | यह एक खिलाड़ी को अनुभव और आत्मविश्वास प्राप्त करने में मदद करता है | अगर वे लंबे समय तक खेलना चाहते हैं, तो उन्हें बहुत कुछ सीखना होगा | मैंने देखा है कि कई युवाओ को जंगल जाते हुए देखा हैं, जिसका कारण पैसो कि शक्ति इत्यादि हैं |"
किरमानी ने आगे कहा कि सीमित ओवरों में, एमएस धोनी विकेट-कीपिंग के लिए सही व्यक्ति हैं और उन्हें तब तक खेलना जारी रखना चाहिए जब तक वह खेलना चाहते हैं |
उनोने कहा कि, "प्रत्येक टीम के पास दो वास्तविक विशेषज्ञ विकेटकीपर होना चाहिए, न कि एक अस्थायी खिलाड़ी | धोनी को तब तक खेलना जारी रखना चाहिए जब तक कि वह खेलना चाहते हैं | लेकिन उनका समर्थन करने के लिए एक दूसरा विकेटकीपर भी होना चाहिए | दिनेश कार्तिक, पार्थिव पटेल और रिद्धिमान साहा, ये लोग बहुत अनुभवी हैं |"