भारतीय थ्रो डाउन विशेषज्ञ डी रघुवेंद्र ने ईसीबी की पेशकशों को किया अस्वीकार

By Pooja Soni - 01 Feb, 2018

डी रघुवेंद्र भारत के गेंद फेकने वाले विशेषज्ञों में से एक है जो नेट में टीम के साथ काम करते है | 

उन्हें कई अभ्यास सत्र के वीडियो में भी देखा जा सकता हैं, जहां वह गेंद को बल्लेबाजों की इच्छा के अनुकूल लाइन और लेंथ में फेकते हैं | तथ्य यह है कि उन्हें इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा एक अनुबंध की पेशकश की गई थी जो उनके विशिष्ट व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण प्रमाण है | ईसीबी ने एक नियमित नौकरी की पेशकश की और इस प्रस्ताव को दोगुना भी कर दिया  हैं | हालाँकि इससे पहले भी रघु को औपचारिक रूप से बीसीसीआई ने उन्हें एक अनुबंध की पेशकश की थी |

मुंबई मिरर कि रिपोर्ट के अनुसार ईसीबी की पेशकश पहली बार साल 2014 में भारतीय टीम के साथ दौरे पर रघु के पास आई थी और बाद में बोर्ड ने 2016 में फिर से भारत में प्रस्ताव की पेशकश की थी |
दोनों मौकों पर, रघु ने प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया और अपने फैसले की सूचना भारतीय टीम प्रबंधन को दी थी |  टीम के अधिकारी ने बतया हैं कि, "उन्होंने अन्य बोर्डों की पेशकशों से मना कर दिया, मुख्यतः ईसीबी की, क्योकि वह भारतीय टीम के साथ ही रहना चाहते हैं |"
 
ऐसा कहा जाता है कि वह भारतीय खिलाड़ियों के बारे में काफी उत्साही है और एक बार जब वह बंगलौर से सचिन तेंदुलकर से मिलने गये थे और एक होटल में रहने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे, तो तेंदुलकर से मिलने से पहले, वह बांड्रा कब्रिस्तान में रात में सो गये थे | तेंदुलकर निश्चित रूप से उनके समर्थन में हैं और इस बात की पुष्टि तब हुई जब रघु ने तेंदुलकर से उनके बांद्रा वाले घर में उनसे मुलाकात की थी |
 

By Pooja Soni - 01 Feb, 2018

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