एशेज में विवादास्पद अंपायरिंग के बाद भी एमसीसी ने किया तटस्थ अंपायरों का समर्थन

By Raj Kumar - 13 Aug, 2019

एशेज के पहले टेस्ट में ख़राब अंपायरिंग के बाद भी क्रिकेट के नियम बनाने वाली समिति मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने आगामी मैचों में अंपायर बदलने के निर्णय को नकार दिया है और तटस्थ अंपायरों का समर्थन किया है| एशेज में पहले टेस्ट के बाद अंपायरों को उनके ख़राब निर्णयों के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था|

इस मैच में अंपायरिंग कर रहे जोएल विल्सन के 8 निर्णयों को खिलाड़ियों ने बदलवाया था| वहीँ दूसरे अंपायर अलीम दार ने भी मैच के दौरान कई सारे गलत निर्णय लिए जिनमे से कुछ को खिलाड़ियों ने बदलवाया तो कुछ संदेहास्पद रहे|

काफी सारे लोगों का मनना है की क्रिकेट की सबसे सीरीज में सर्वश्रेष्ठ अंपायरों को होना चाहिए, ऐसे जो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में न जन्मे हो|

"मुझे लगता है कि तटस्थता अब भी काम करती है। दुर्भाग्य से आईसीसी के एलीट पैनल में अभी भी काफी असंतुलन है," एमसीसी के हेड ऑफ़ क्रिकेट जॉन स्टीफेन्सन ने कहा|

वर्तमान में 12 सबसे मजबूत एलीट पेनल में से 7 इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में है| ऐसा प्रतीत होता है की वो दुनियाभर में अंपायरिंग के मानदंडो को उच्च स्तरीय बनाने के लिए निवेश कर रहे है|

 पूर्व ऑस्ट्रेलिया कप्तान रिकी पोंटिंग, जो समिति की बैठक का हिस्सा थे, लॉर्ड्स में हुई 2 दिनों की बैठक में उन्होंने ये मुद्दा उठाया था|

By Raj Kumar - 13 Aug, 2019

TAGS


RELATED ARTICLE